नई दिल्ली : नई दिल्ली सीट से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार अजय माकन चौथी बार इस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं और उन्होंने साल 2004 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जगमोहन और 2009 के चुनाव में विजय गोयल को हराकर दो बार नई दिल्ली सीट से जीत हासिल की है. लेकिन वे 2014 का चुनाव भाजपा की मीनाक्षी लेखी से हार चुके थी, जबकि इ एक बार फिर मैदान में हैं.
हाल ही में 55 वर्षीय माकन ने दावा करते हुए कहा है कि अनुभव के चलते उन्हें बीजेपी की लेखी और आम आदमी पार्टी के बृजेश गोयल पर बढ़त मिलने वाली है. एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के बिना दिल्ली में सभी सीटें जीतना कठिन होगा. उनके मुताबिक, आप-कांग्रेस का गठबंधन होना चाहिए था.
जन माकन से कांग्रेस-आप के गठबंध को लेकर सवाल किया गया कि आप कांग्रेस-आम आदमी पार्टी गठबंधन के पक्ष में थे और अब यह एक त्रिकोणीय मुकाबला है, तो क्या आपको लगता है कि यह लड़ाई कांग्रेस के लिए कठिन हो गई है? इस पर उन्होंने कहा कि अगर गठबंधन होता, तो हम दिल्ली की सभी सात सीटों पर 2-3 लाख के मार्जिन से जीत हासिल करते. लेकिन अब ऐसा नहीं होने के कारण हम सभी सात सीटें नहीं जीतेंगे और मार्जिन भी छोटा होगा. उन्होंने आगे बताया कि मैंने जब राजनीति मर कदम रखा तब मुझे भाजपा के तीन बार के सांसद जगमोहन के खिलाफ मौका नहीं दिया गया था, लेकिन मैंने 2004 में उन्हें 12,000 से अधिक मतों से हराया था. जबकि उन्होंने बाद में अगले चुनाव में 2009 में भाजपा के विजय गोयल को लगभग 2 लाख मतों से मात दी थी.
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