ओडिशा : भारत के रक्षा क्षेत्र के लिए यह एक अहम बात है कि अग्नि की उड़ान एक बार फिर सफल रही। दरअसल परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम रणनीतिक बैलेस्टिक मिसाईल अग्नि - 4 का प्रायौगिक परीक्षण किया गया। 4000 किलोमीटर की दूरी की मारक क्षमता वाली मिसाईल का ओडिशा में सफल परीक्षण किया गया। मिसाईल का परीक्षण अब्दुल कलाम आईलैंड अर्थात व्हीलर द्वीप से किया गया।
दरअसल इस द्वीप को पहले व्हीलर द्वीप कहा जाता था। मगर पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न डाॅ. कलाम की स्मृति में इसे अब्दुल कलाम आईलैंड कहा जाने लगा है। यहां अग्नि - 4 का प्रायौगिक परीक्षण प्रातः साढ़े नौ बजे किया गया। अग्नि - 4 अग्नि श्रेणी की द्वि चरणीय शस्त्र प्रणाली है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा यह कहा गया कि सतह से सतह तक मार करने में सक्षम इस मिसाईल में विश्वसनीयता के लिए आधुनिक और सुसंबद्ध वैमानिकी का उपयोग किया गया। अग्नि - 4 मिसाईल में पांचवी पीढ़ी के कंप्युटर लगाए गए हैं।
इस प्रणाली में विशेष नेविगेशन सिस्टम का उपयोग किया गया है। सूत्रों द्वारा यह कहा गया कि शस्त्रागार में अग्नि 1, अग्नि 2 और अग्नि 3 पहले से ही टेस्ट की गई थीं। इनका सफल परीक्षण पहले हो चुका है। अग्नि श्रेणी की क्षमता बढ़ाने और इसे हल्के लांचर्स से दागे जाने का प्रयास किया गया था। अग्नि - 4 का परीक्षण बेहद सफल रहा।