नई दिल्ली : जैश ए मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंधित सूची में डालने के भारत के प्रयास में रोड़ा अटकाने और एनएसजी में भारत की सदस्यता चीन द्वारा विरोध करने पर सोशल मीडिया पर चीन के खिलाफ चले अभियान के कारण इस बार दिवाली में चीनी सामानों बिक्री में 45 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है.
गौरतलब है कि आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंधित सूची में डालने के भारत के प्रयास में चीन ने अड़ंगा लगाने तथा एनएसजी में भारत की सदस्यता का चीन द्वारा विरोध करने के कारण सोशल मीडिया पर चीनी सामानों का बहिष्कार करने की मुहिम का ऐसा प्रभाव पड़ा कि भारत में देश भक्ति की बयार बहने लगी और चीनी सामान की बिक्री में लगातार कमी आती रही.
इस कारण इस बार दीवाली पर बिक्री में 45 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है.अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (कैंट) ने देश के 20 शहरों के व्यापारिक संगठनों से प्राप्त जानकारी के आधार पर यह अनुमान जारी किया है. इस बारे में कैंट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि सोशल मीडिया के कारण चीनी सामानों के बहिष्कार की मुहिम में बच्चों और महिलाओं तक का सहयोग मिलने से चीनी सामानों का बाजार इस साल काफी संकुचित हो गया है. इस कारण खुदरा और थोक व्यापारियों के चीनी वस्तुओं के उठाव में 45 फीसदी की कमी आई है.