अमृततुल्य दूध को इंसान ने बनाया विष
अमृततुल्य दूध को इंसान ने बनाया विष
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हर दिन सुबह आपके दरवाजे पर दूध वाले का बाजा यानि भोंपू सुनकर आप दूध की तपेली या कैटली लेकर तैयार हो जाते होंगे. हां याद आया अब तो भोंपू चलते भी नहीं है। मगर दूध बेचने वाले मिल्क सेलर्स के हाॅर्न बड़े तेज होते हैं। इसके इतर बड़े शहरों में तो दूध की बोतलें दरवाजे पर रख दी जाती हैं। इन शहरों में दिल्ली में बिकने वाला मदर डेरी का दूध भी शामिल है। यहां मदर डेयरी के मिल्क पार्लरों पर दूध के लिए लंबी कतार लगी रहती है। आखिर क्यों, भई मदर डेयरी का मिल्क गुणवत्ता में बेहद अच्छा होता है। इसे ब्रांडेड और विश्वसनीय माना जाता है, मगर हाल ही में यह बात सामने आई कि मदर डेयरी के ब्रांड नेम से बिकने वाले इस मिल्क में वसा और अन्य अवयवों के स्तर पर कुछ परेशानी है और यह प्रोडक्ट अमानक हो जाता है तो दूसरी ओर इसमें डिटर्जेंट के पाए जाने से यह बिकने योग्य नहीं रह जाता लेकिन सवाल यह है कि पैट्रोल, मिर्च, गेहूं, फल, सब्जियों और धान्य के बाद अब दूध में भी मिलावट कितनी जायज़ है।

आखिर हम दौड़ते - दौड़ते कहां पहुंच गए हैं। खतरनाक कैमिकल्स के प्रयोग से हम अपनी ही जीवनलीला समाप्त कर रहे हैं। आखिर दूध में भी कभी कैमिकल और डिटर्जेंट मिलाया जाता है। खतरनाक रसायनों से युक्त पेप्सी और कोक जैसे शीतलपेयों को अपने शरीर में ड्रिंक के तौर पर हम पनाह दे रहे हैं। मगर यह विचार करने योग्य है कि कार्बनिक तत्वों और अम्लीयता से भरे ऐसे शीतल पेयों और कैमिकल को जिससे टाॅयलेट पूरी तरह से क्लीन हो जाए उसका सेवन किया जाना चाहिए।

बिल्कुल यही स्थिति दूध उत्पाद के साथ भी होती है दरअसल डिटर्जेंट युक्त दूध को पीने से पेट संबंधी कई रोग होते हैं और अंततः व्यक्ति मौत की आगोश में चला जाता है। ऐसे में मानव द्वारा किया गया यह खतरनाक प्रयोग तुरंत रोके जाने की जरूरत है लेकिन थोड़े के लालच में हम बहुत कुछ खो देते हैं। हालात ये हैं कि अब तो सिंथेटिक दूध कई जगह पर बनाया जाने लगा है। यह दूध दिखने में बिल्कुल गाय और भैंस के दूध की तरह होता है लेकिन यह डिटर्जेंट और केमिकल से तैयार किया जाता है। ऐसे केमिकल जो रासायनिक उर्वरकों के तौर पर उपयोग किए जाते हैं ऐसे में मानव स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जाना कहीं से भी सही नहीं लगता।

ईश्वर द्वारा प्रदत्त गाय के अमृततुल्य दूध को भी आज इंसान ने विष बना दिया है। इस खतरनाक प्रयोग को तुरंत रोके जाने की जरूरत है। इस दूध के उपयोग से उदर रोग, नपुंसकता और कई तरह की परेशानियां आती हैं जो कि मानव के लिए बेहद हानिकारक है। मिलावट का यह कारोबार दिल्ली से निकलकर अन्य क्षेत्रों तक पहुंच चुका है ऐसे में इसे रोकने की जरूरत है। 

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