अपाहिज बच्चों के लिए मिसाल है अब्दुल
अपाहिज बच्चों के लिए मिसाल है अब्दुल
Share:

रतलाम : कहते है न कि आपने अगर किसी काम को करने के लिए पूरी मेहनत से उसमे जुट जाते हो तो फिर आपको कोई नहीं रोक सकता. ऐसा ही कुछ करके दिखाया रतलाम के रहने वाले एक 8 साल के बालक अब्दुल कादिर ने. अपाहिज बच्चो के लिए मिसाल पेश करते हुए अब्दुल ने अपने हाथो को खोने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और अपने पैरों से ही लिखना, मोबाइल चलना, लैपटॉप चलना और तैरना सीखा. अब्दुल ने अपने पैरों को ही अपनी ताकत बना लिया.

अब्दुल एक बहुत अच्छा तैराक है और अपने पैरों कि मदद से वह रोज 2 घंटे स्वीमिंग पूल में तैरता है. अब्दुल ने कुछ दिन पहले ही तैराकी सीखने की इच्छा जताई थी, लेकिन हाथ न होने की वजह से परिजनों ने उन्हें मना कर दिया, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और महज 20 दिनों में ही तैराकी सीखकर सबको हैरत मे डाल दिया.

अब्दुल बगैर हाथ के 45 सेकंड में 25 मीटर लंबे स्वीमिंग पूल को तैर कर पार लेता है. अब्दुल की प्रतिभा देखकर हर की हैरान है. बता दे कि लगभग एक साल पहले हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने के कारण 8 साल के अब्दुल को अपने दोनों हाथ गंवाने पड़े.

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -