नई दिल्ली : संघ नेताओं ने भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को वापस पाकिस्तान भेजने के लिये सरकार से कहा है। संघ नेताओं ने यह कहा है कि बासित को भारत में रहने का अधिकार नहीं है, ऐसा महसूस हो रहा है कि बासित पाकिस्तान का नहीं बल्कि जेहादियों का प्रतिनिधित्व भारत में रहकर कर रहे है। गौरतलब है कि हाल ही में बासित ने कश्मीर को लेकर विवादास्पद बयान जारी किया था, जिस पर न केवल संघ बल्कि अन्य राजनीतिक दलों ने भी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। बासित द्वारा दिये गये बयान को लेकर विरोध के स्वर मुखर हो गये है।
संघ विचारक राकेश सिन्हा ने केन्द्र सरकार से कहा है कि वह एक दिन भी बासित को भारत में रहने की इजाजत न दे, उन्हें वापस पाकिस्तान भेज देना चाहिये। सिन्हा ने यह भी कहा है कि बासित ने जो बयान दिया है, उसे कोई भी देश भक्त पचा नहीं सकता।
क्या कहा था बासित ने
भारत के स्वाधीनता दिवस के एक दिन पूर्व अर्थात 14 अगस्त को पाकिस्तान का स्वाधीनता दिवस होता है। इस मौके पर बासित ने यह कहा था कि कश्मीर की आजादी तक हम संघर्ष करते रहेंगे। इतना ही नहीं बासित ने यहां तक कहा दिया था कि पाकिस्तान कश्मीर के लिये जान देने वाले को शहीद मानता है और हम उनकी कुर्बानी को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। गौरतलब है कि बीते दिनों से कश्मीर में हिंसक प्रदर्शन का सिलसिला जारी है।
पाकिस्तान न भूले अपनी हार को...
संघ नेता सिन्हा ने बासित का विरोध करते हुये कहा कि पाकिस्तान भारत को युद्ध के लिये भड़काने से बाज नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा है तो पाकिस्तान को अपनी हार नहीं भूलना चाहिये। सिन्हा का ईशारा उन दो युद्धों की तरफ था, जिसमें भारत की सेना ने पाकिस्तानी सेना को हराकर मैदान छोड़ने के लिये मजबूर कर दिया था।
पाक में लहरायेंगे तिरंगा....
सिन्हा ने चैकाने वाला बयान भी देते हुये यह कहा है कि हम अगले स्वाधीनता दिवस पर पाकिस्तान के तीन स्थानों पर तिरंगा लहरायेंगे। इधर शिवसेना ने भी बासित के बयान की निंदा करते हुये उन्हें हद में रहने के लिये चेताया है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि बासित ने भारत में रहकर ही भारत के खिलाफ जहर उगला है, उन्हें यहां अब हरगिज नहीं रहने दिया जाना चाहिये। राउत ने पाकिस्तान को आतंकियों का गढ़ बताया है।