आप पार्टी को अपने ही विधायकों और नेताओं से खतरा, एक दूसरे पर आरोप का क्रम जारी
आप पार्टी को अपने ही विधायकों और नेताओं से खतरा, एक दूसरे पर आरोप का क्रम जारी
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दिल्ली : आप पार्टी को राहत मिलने की फिलहाल को उम्मीद नज़र नहीं आ रही हैं, मुख्यमंत्री केजरीवाल के ऊपर तो मनो मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. और कोई नहीं पार्टी के ही मंत्री और विधायक इसकी वजह बने हुए हैं. हाल में उठे संदीप कुमार के सीडी काण्ड को अभी कुछ ही दिन हुए हैं और वह मामला अभी सुलझा भी नहीं था के पार्टी के विधायक देवेंद्र सेहरावत ने संजय सिंह पर आरोप भरी एक चिट्ठी लिख डाली जिससे नेताओं की चिंता और बढ़ गयी.

एक प्रेस वार्ता के दौरान ने विधायक ने कहा के उन पर लगे सारे आरोप झूठे, गलत और बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा कि उन पर ये चौथी बार झूठ आरोप लगाया जा रहा है. गौरतलब है कि इससे पहले उन पर अन्ना हज़ारे के आंदोलन के दौरान बीपीएल कार्ड बनवाने का आरोप लगा था जो बाद में गलत साबित हुआ था. इसके अलावा आसिफ मोहम्मद खान ने भी उन पर भ्रष्टाचार का आरोप मढ़ा था वो भी झठ साबित हुआ. संजय ने आगे बताते हुए कहा कि "अभी 3 से 4 दिन पहले मेरे ऊपर एक रैली में 5 लाख रुपए लेने का आरोप लगाया गया था. और अब चौथी बार फिर से बिना प्रमाण के देवेंद्र सहरावत मुझ पर आरोप लगा रहे है कि मैंने महिलाओं का शोषण किया."

बीजेपी और अकाली दल पर निशाना साधते हुए संजय बोले कि देवेंद्र सेहरावत, योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण कि नजदीकियों से कोन परिचित नहीं है. ऐसे में संजय ने सेहरावत से सवाल किया के आपने पार्टी से 3 बार चुनाव लड़ा है और चुनाव जीते भी हैं तो आप बताइये के आपने जीतने के बाद पार्टी को क्या फायदा पहुचाया? आज मुझ पर जो झूठ आरोप लगाया जा रहा है उसमे बीजेपी और अकाली दल का हाथ है.

संजय सिंह ने आगे कहा कि उन पर पहले भी कई झूठे आरोप लगे हैं जो बाद में गलत साबित हुए, इस बार भी उन पर बिना सबूत के झूठ आरोप लगाया जा रहा है. संजय ने आगे कहा "अगर देवेंद्र सेहरावत के आरोप साबित हो जाता है तो मैं राजनैतिक जीवन से संन्यास ले लूंगा. मामला मेरे चरित्र से जुड़ा है, इसलिए देवेंद्र सहरावत के ऊपर मानहानि का केस करुंगा. माना वो हमारी पार्टी के विधायक हैं लेकिन बिना सबूत के आरोप लगाना सही नहीं है. देवेंद्र सेहरावत ने पंजाब की महिलाओं का अपमान किया है. पंजाब की जनता सही वक्त आने पर बदला लेगी."

इस आरोप और उसके सम्बन्ध में बात चीत के दौरान संजय ने अपने पुराने साथी प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को भी नहीं बख्शा और उनका नाम लेके उन पर भी आरोप लगते हुए कहा कि उनके पार्टी से निकाले जाने के बाद से देवेंद्र सेहरावत लगातार पार्टी के खिलाफ काम का रहे हैं. योगेंद्र यादव ने इस पर आपत्ति जताई और टवीट करके प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि "ये पार्टी जिसके नेता कल तक डिफेमेशन कानून खत्म कराना चाहते थे, आज अपने ही विधायक पर डिफेमेशन कर रही है! क्यूं भाई?'

योगेंद्र यादव कि इस प्रतिक्रिया भरे टवीट के जवाब में संजय ने टवीट किया 'तो क्या आम पार्टी में जो भी सच बोलेगा उसे स्वराज अभियान का सिपाही और हमारा साथी बता दिया जाएगा? अच्छा है फिर तो!'. इन दोनों के टवीट के बाद देवेंद्र सेहरावत ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए टवीट किया कि 'मैंने पूरी जिम्मेदारी के साथ दो चिट्ठियां लिखी थी, मैं अभी भी इसके साथ कायम हूं और अंत तक रहूंगा.'

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