नई दिल्ली : दिल्ली में इन दिनों आम आदमी पार्टी की सरकार को पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक मुद्दा हाथ लग ही गया। दरअसल राज्य सरकार द्वारा सीएनजी फिटनेस स्कैम में जांच के आदेश दिए गए हैं। इस दौरान कहा गया है कि 100 करोड़ से अधिक के सीएनजी फिटनेस घोटाले में ऐसे अधिकारी लिप्त हो सकते हैं जो पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेहद करीबी थे। मामले में कहा गया है कि उपराज्यपाल नजीब जंग इस मसले पर भी संदिग्ध भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं दूसरी ओर कांग्रेस और भाजपा को लेकर मामले में मिलीभगत की जा रही है। मामले में दोनों ही पार्टियों द्वारा एक दूसरे के नेताओं पर लाभ पहुंचाने के आरोप लगाए गए हैं।इस दौरान आम आदमी पार्टी द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया है कि उपराज्यपाल नजीब जंग के साथ केंद्रीय गृह मंत्रालय से कुछ सवाल किए गए थे।
मामले को लेकर एलजी जंग का इस्तीफा भी मांगा गया था लेकिन इस मसले पर केंद्र सरकार गंभीर नज़र नहीं आ रही।सीबीआई ने मामले में दिल्ली सरकार के तत्कालीन चीफ सेके्रटरी डीएम स्पोलिया को नामजद किया गया था। आम आदमी पार्टी द्वारा मामले में कहा गया कि स्पोलिया को बचाने के प्रयास किए गए।
दूसरी ओर कहा गया कि केंद्र की भाजपा सरकार पर मामले में आंखें मूंदने और शीला दीक्षित को बचाने के प्रयास करने का आरोप लगाया।यही नहीं मामले को लेकर कहा गया कि 3 वर्श पहले दिल्ली सरकार की एंटी करप्शन ब्रांच द्वारा शिकायत की जांच करने को लेकर भी कार्रवाई की गई। हांलाकि कुछ समय बाद यह कह दिया गया कि यह एंटी करप्शन शाखा के दायरे से बाहर है। इसलिए इस विभाग को इस मामले में जांच का कोई अधिकार नहीं है।