अमृतसर: पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) पर करोड़ों रुपए लेकर टिकट बेचने के इल्जाम लग रहे हैं। और ये आरोप लगाने वाला विरोधी पार्टी के लोग नहीं, बल्कि AAP के ही कार्यकर्ता हैं। चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता करते हुए AAP कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व पर करोड़ों में टिकट बेचने के आरोप लगाए हैं। साथ ही माँग की है कि पार्टी को अब यह नीति खत्म कर देना चाहिए। पार्टी के मोहाली जिला के युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गुरतेज सिंह पन्नू और उपाध्यक्ष शीरा भाणबौरा ने प्रेस वार्ता करते हुए अपनी बात रखी।
Aam Aadmi Party workers today did Press Conference in Chandigarh; Demand AAP should end Policy of Selling Tickets in return for crores of rupees for #PunjabElections2022pic.twitter.com/aRB1wmvNc7
— MeghUpdates????™ (@MeghBulletin) January 10, 2022
बता दें कि दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल अभी कोरोना से संक्रमित हैं और हाल ही में उन्होंने चंडीगढ़ में नगरपालिका चुनाव में बेहतर प्रदर्शन बनने के बाद वहाँ विजय यात्रा निकाली थी। आरोप लगे थे कि कोरोना के लक्षण आने के बाद भी उन्होंने चुनावी रैलियाँ की और लोगों से मिलते-जुलते रहे। अब उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ता प्रेस वार्ता कर पूरी मीडिया के सामने अपनी ही पार्टी की पोल खोल रहे हैं। करोड़ों रुपए लेकर विधानसभा चुनाव के टिकट बेचने के आरोप लगाए जा रहे हैं। यही है उनकी ‘बदलाव’ वाली राजनीति? चंडीगढ़ में AAP से कम सीटें होने के बाद भी भाजपा वहां अपना महापौर बनाने में कामयाब रही, जिसके लिए भी AAP कार्यकर्ता पार्टी के अंदरूनी कलह को जिम्मेदार बता रहे हैं। ‘शिरोमणि अकाली दल (SAD)’ ने भी AAP पर टिकट बेचने के इल्जाम लगाए हैं। SAD के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि निर्वाचन आयोग को इस मामलों का संज्ञान लेकर केस दर्ज करने का आदेश देना चाहिए। AAP ने अपने पैम्प्लेट्स में वोटर्स को अन्य दलों से पैसे लेकर उसे वोट देने की सलाह दी है।
चीमा ने आगे कहा कि, 'ये स्पष्ट है कि पार्टी के टिकट बेच कर अरविन्द केजरीवाल खुद को रईस बना रहे हैं। AAP यही मॉडल हर जगह अपना रही है, इसीलिए जहाँ-जहाँ वो चुनाव लड़ रही है वहाँ टिकट बिक्री हो रही हैं। विपक्षी नेताओं के खिलाफ झूठे इल्जाम लगाने के लिए तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। ये करोड़ों रुपए का घोटाला है, जिसकी पोल हाई लेवल जाँच के बाद ही खुल सकती है। वो चुनाव में रईस लोगों पर दाँव लगा रहे हैं। केजरीवाल का दिल्ली मॉडल पूरी तरह फ्लॉप है, इसीलिए पंजाब की जनता को दिखाने के लिए उनके पास कुछ नहीं है।'
बता दें कि हाल ही में प्रेस क्लब में AAP नेता राघव चड्ढा की प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस के पूर्व पार्षद दिनेश ढल को AAP में शामिल कराया जाना था, मगर टिकट विभाजन को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान AAP के पंजाब के सह-प्रभारी के खिलाफ ‘राघव चड्ढा चोर है’ के नारे लगाए गए। बात यहीं तक रहती तो गनीमत रहती, मगर मामला इतना बढ़ गया कि AAP नेताओं के बीच जमकर मारपीट भी होने लगी। टिकट बँटवारे को लेकर लगभग 45-50 मिनट हुए बवाल के बाद AAP नेता राघव चड्ढा को पीछे के दरवाजे से बाहर भागना पड़ा।
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