इस्लामाबाद : एक भारतीय के पास से पाकिस्तान की राष्ट्रीयता वाले पहचान पत्र मिलने के बाद उसे पाकिस्तान में ही गिरफ्तार कर लिया गया है। कहा जा रहा है कि वो भारतीय नागरिक पाक में 1982 से रह रहा था। लेकिन एक विवाद में फंसने के बाद वो पकड़ा गया। पाकिस्तानी एजेंसी के खबरों के अनुसार, उसका नाम रुस्तम सधुआ है।
उसे संघीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया। रुस्तम पर आरोप है कि उसने धोखाधड़ी से पाकिस्तानी राष्ट्रीयता वाला पहचान पत्र हासिल किया है। एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि रुस्तम की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी गई है और इसके बाद उसे इस्लामाबाद के एक कोर्ट से गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि प्राप्त सबूतों से पता चलता है कि रुस्तम 1982 से पाक में रह रहे थे। दरअसल रुस्तम पाकिस्तान के प्रभावशाली सांसद अस्फंदयार का साला और दिवंगत शराब व्यापारी एमी भंडारा के दामाद है। सूत्रों ने बताया कि भंडारा के निधन के बाद उनके बेटे अस्फंदयार और साधुआ रूस्तम से शादी करने वाली बेटी के बीच मतभेद पैदा हो गया था।
अस्फंदयार ने पूर्व में अपनी पैतृक संपत्ति हथियाने को लेकर रूस्तम दंपति के खिलाफ कई नोटिस जारी कराए थे और साधुआ पर अपनी पत्नी के प्रभाव का इस्तेमाल कर संपत्ति हड़पने की कोशिश का इल्जाम लगाया था। दोनों परिवारों ने एक-दूसरे के खिलाफ अदालत में मामला भी दर्ज किया। इसी कारण सासंद रुस्तम के भारतीय होने का लाभ उठा रहा है।