रुद्राक्ष इस धरती पर अकेली ऐसी वस्तु है जिसको मंत्र जाप और ग्रहों को नियंत्रित करने के लिए सबसे उत्तम माना जाता है. ज्योतिषियों के अनुसार रुद्राक्ष की विशेषताओं और महिमा का बखान शास्त्रों में भी खूब किया गया है. प्राचीन काल के इस आभूषण को मंत्र जाप और ग्रहों को नियंत्रित करने के लिए उत्तम माना जाता है. रुद्राक्ष के प्रयोग से हम शनि की पीड़ा को भी दूर कर सकते हैं. रुद्राक्ष के इस्तेमाल से शनिदेव की कृपा भी हासिल कर सकते है . रुद्राक्ष को धारण करने के लिए कुछ नियमों का पालन बेहद जरूरी होता है.
शनि की पीड़ा से निपटने के लिए रुद्राक्ष के प्रयोग इन नियमो से करने पर जल्दी राहत मिलती है. अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर शनि की बाधाओं को दूर करने लिए किस तरह से रुद्राक्ष का प्रयोग करना चाहिए. आइए जानें हर समस्या का कैसे होगा समाधान...
रोजगार की समस्या में
1- इसके लिए दस मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए.
2- इसे शनिवार को लाल धागे में गले में धारण करें.
3- एक साथ 3 दस मुखी रुद्राक्ष धारण करना फायदेमंद होगा.
स्वास्थ्य की समस्या हो तो
1- इसके लिए शनिवार को गले में 8 मुखी रुद्राक्ष धारण करें.
2- सिर्फ आठ मुखी रुद्राक्ष पहनें या फिर एक साथ 54 आठ मुखी रुद्राक्ष पहनें.
3- इसके लिए गले में रुद्राक्ष की माला धारण करें ये माला अगर पांच मुखी रुद्राक्ष की हो तो उत्तम होगा.
4- धारण करने के पहले इसी माला से शनि और शिव जी का मंत्र जाप करें.