जिन व्यक्तियों के माथे पर होती है ऐसी रेखाएं वे व्यक्ति होते है भाग्यशाली
जिन व्यक्तियों के माथे पर होती है ऐसी रेखाएं वे व्यक्ति होते है भाग्यशाली
Share:

ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक वैदिक काल से चला आ रहा माथे की लकीरों से मनुष्यों के भविष्य के बारे पता लगाना. इन लकीरों से मनुष्यों के भूत, भविष्य, और वर्तमान के बारे में पता लगाया जाता है. आईये हम भी इन माथे की लकीरों के बारे में कुछ चर्चा करते है और जानते है की कौन सी रेखा क्या कहती है-

शनि रेखा मस्तक में सबसे ऊपर वाले स्थान पर स्थित है, यह अधिक लंबी नहीं होती, जिस व्यक्ति के मस्तक पर यह रेखा स्पष्ट दिखाई देती है, इसका मतलब यह है की वह व्यक्ति गंभीर स्वभाव का है.

शनि रेखा से थोड़ी नीचे ही गुरु रेखा का मस्तक पर स्थान होता है, यह रेखा शनि रेखा की तुलना में थोड़ी लंबी होती है, जिस व्यक्ति के मस्तक पर यह रेखा लंबी एवं स्पष्ट दिखाई देती है, वे लोग सरकारी नौकरी या शिक्षा के क्षेत्र में अपना नाम कमाते है और वह आत्मविश्वासी व अपनी बात के पक्के होते है, ऐसे लोगों पर आंख बंद कर विश्वास किया जा सकता है.

बुध रेखा लगभग मस्तक के बीच में होती है, यह रेखा लंबी होती है और कभी-कभी तो व्यक्ति की दोनों कनपटियों के किनारों को स्पर्श करती है, बुध रेखा व्यक्ति की याददाश्त, अन्य विषयों में उसका ज्ञान, सूझ-बूझ एवं ईमानदारी की सूचक होती है, ऐसे लोगों में किसी भी इंसान को परखने की क्षमता अधिक होती है.

इस रेखा का स्थान बुध रेखा के ठीक नीचे मध्य भाग मेंहोता है, इस रेखा का आकार छोटा होता है जिन व्यक्तियों के माथे पर यह रेखा होती है, वे व्यक्ति उच्च जीवन शक्ति से युक्त, घूमने-फिरने वाले, सौंदर्य प्रेमी एवं जरूरी मुद्दों पर गंभीर होने वाले होते है ऐसे लोग स्वच्छ, साफ तथा सफेद रंग अधिक पसंद करते हैं.

जिन व्यक्तियों की ऊँगली होती है छोटी, वो व्यक्ति होते कुछ इस प्रकार के

घर में सीढ़ियां, बोरिंग का होना वास्तुदोष को निमंत्रण देना है

क्या आप जानते है वास्तु दोष को दूर करने के चमत्कारी गुण है अगरबत्ती में

ये पौधे ला सकते है आपके जीवन में खुशियाँ

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -