नई दिल्ली : आज महिलाएं हर मामले में न केवल पुरुषों की बराबरी कर रही हैं , बल्कि कई मामलों में तो आगे भी निकल रही है . यह सब सामाजिक बंधनों को तोड़ने का नतीजा है . बेटा और बेटी में फर्क नहीं करने पर ही ऐसी उपलब्धि हासिल की जा सकती है , जैसे कोलकाता की तान्या सान्याल ने की है .
बता दें कि तान्या एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) में शामिल होने वाली पहली महिला फायर फाइटर बन गई है. उनका प्रशिक्षण पूरा हो चुका है. वे जल्द ही कार्यभार संभालेंगी . इतिहास रचने जा रही तान्या एएआई के पूर्वी एयरपोर्ट्स का कार्यभार संभालेंगी जिनमें कोलकता, पटना, भुवनेश्वर, रायपुर, गया और रांची एयरपोर्ट्स शामिल हैं.विमानों को लैंड कराने के लिए एयरपोर्ट्स पर फायर सर्विस का होना जरुरी है.अभी अथॉरिटी के पास 3,310 फायर फाइटर्स है, जो सभी पुरुष हैं.जबकि तान्या पहली हिला फायर फाइटर हैं .इस चुनौती पूर्ण कार्य को तान्या सम्मान और गर्व की बात मानती है.
उल्लेखनीय है कि एएआई के चेयरमैन गुरुप्रसाद महापात्रा के अनुसार नए एयरपोर्ट्स के विस्तार के कारण इन दिनों फायर फाइटर्स की कमी चल रही है. इसलिए नियमों में बदलाव कर इस क्षेत्र में महिलाओं की नियुक्ति का फैसला लिया गया.यह पहली बार है जब एक महिला इस क्षेत्र में प्रवेश कर रही है.आपको जानकारी दे दें कि महिला फायर फाइटर्स के लिए नियमों को शिथिल किया गया है .जहाँ पुरुषों के लिए शारीरिक मानदंड 1.6 मीटर न्यूनतम ऊंचाई और न्यूनतम 50 किग्रा वजन है , वहीं महिला फायर फाइटर्स के लिए न्यूनतम वजन 40 किग्रा और ऊंचाई का मानक भी घटाया गया है. यह भी देखें
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