ज्योतिषशास्त्र में हर छोटी-छोटी चीजों को लेकर शुभ-अशुभ को दर्शाया गया है। शास्त्र के मुताबिक हर कार्य को करने का शुभ मुहूर्त होता है और अगर मुहूर्त के अनुसार कार्य किया जाए तो निश्चित ही वह कार्य सफल होगा। ऐसे ही अगर पंचक की बात की जाए तो शास्त्र के मुताबिक पंचक एक ऐसा समय होता है, जब कुछ कार्यों को विराम देना चाहिए। तो चलिए जानते हैं पंचक के दौरान वह कौन से काम है, जिन्हे बिलकुल भी नहीं करना चाहिए।
अगर पंचक रविवार से शुरू होता है तो उसे रोग पंचक कहा जाता है। वहीं सोमवार से शुरू हुआ पंचक राज पंचक कहलाता है। मंगलवार को शुरू हो तो उसे अग्नि पंचक कहा जाता है। इसके अलावा मृत्यु पंचक और चोर पंचक होता है। मृत्यु पंचक शनिवार और चोर पंचक शुक्रवार को होता है। दोनों काफी अशुभ माने जाते हैं।
अगर घर में शादी है और उसके लिए फर्नीचर का समान खरीदना जरूरी हो, तो गायत्री हवन करवा कर फर्नीचर की खरीदारी कर सकते हैं। अगर पचंक के दौरान घर की छत डालना जरूरी है, तो ऐसे समय में मजदूरों को मिठाई खिलाएं उसके बाद ही छत डालने का काम करें। पंचक के दौरान ईंधन इकट्ठा करना जरूरी हो तो आटे से बने दीपक में तेल भरकर भगवान शिव के मंदिर में जलाएं। इसके बाद ही ईंधन खरीदें।
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