प्यारी प्यारी नींद को तोड़ती बेसुरी खर्राटों से सभी को चीड़ होती हैं. खर्राटें सभी लेते हैं. फिर चाहे वो महिला हो या पुरुष. ऐसा माना जाता हैं कि पुरुष वर्ग ८४ वर्ष की आयु तक जबकि महिला वर्ग ५० वर्ष की आयु तक ज्यादा खर्राटे लेते हैं. आज हम आपको बताएंगे की कैसे आप अपनी खर्राटों से आजादी पाकर दूसरों को चेन की नींद सोने का तोहफा दे सकते हैं.
1. नाक साफ रखें: नाक का रास्ता साफ़ ना होने पर सांस लेने में कठिनाई होती है तथा गले के पास एक वैक्यूम बन जाता है. इसलिए ये आवश्यक हैं कि आप अपनी नाक हमेशा साफ़ रखे. आप चाहे तो सोने जाने से पहले भी एक बार नाक साफ़ कर सकते हैं.
2. करवट लेकर ना सोए: दिमाग में तनाव लेकर सोने से. और रात में बार बार करवट बदलने या करवट पर सोने से खर्राटे की समस्या और बाद जाती हैं. इसलिए यह आवश्यक हैं की आप सीधा या पीठ के बल सोना ट्रॉय करे.
3. कम वज़न: अगर आपके शरीर का वज़न कम है तो सोने से विशेष रूप से गर्दन की मांसपेशियो पर दवाब की स्थिति बन जाती है ,जिससे खर्राटे की समस्या हो जाती है आप इसका ध्यान रखे तो निश्चित रूप इस समस्या को विफल किया जा सकता है.
4. मुहं खुला ना रखे: मुह को खुला रख कर सोने से भी खर्राटे की सम्भावना बढ़ जाती है. अतः सोते समय मुह बंद रखने का प्रयास करे. अगर आपके दन्त चिकित्सक ने संयुक्त रूप से दांतों को बरक़रार रखे हुए है, तो इनके ढीले होने से यह खर्राटो को दूर करने में सक्षम हो सकता है.
5. सिर उठा कर सोए: सोते समय आप सिर के नीचे तकिया रख कर सोए और मन को शांत रख कर सोए जिससे हम खर्राटे के खतरे को कम कर सकते है और आराम की नींद ले सकते है.