अगर अब भी जन्माष्टमी को लेकर आप असमंजस में हैं तो पढ़िए यह खबर
अगर अब भी जन्माष्टमी को लेकर आप असमंजस में हैं तो पढ़िए यह खबर
Share:

रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहनों के लिए बहुत ख़ास होता है यह एक ऐसा त्यौहार है जो पुरे भारत में बहुत ही लाजवाब तरीके से मनाया जाता है. ऐसे में कुछ बहने अपने भाइयों को राखी के दिन राखी बांधती हैं तो कुछ बहने अपने भाइयों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन राखी बांधती है. ऐसे में हर साल राखी के 8 दिन बाद जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाता है यह त्यौहार बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है. जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था और उनके जन्म के दिन को भारत में एक पर्व के रूप में मनाया जाता है.

जय श्री कृष्ण

भारत में जन्माष्टमी को जगह-जगह पर जमकर सेलिब्रेट किया जाता है और इस दिन माखन की मटकी को रास्ते में एक डोर से टांग दिया जाता है और उसके बाद एक ग्रुप बनाकर उसे फोड़ा जाता है. जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण की आराधना की जाती है. आपको बता दें कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि में हुआ था और बताया जा रहा है कि इस बार अष्टमी 2 सितम्बर की रात 08:47 पर लगेगी और 3 तारीख की शाम 07:20 पर खत्म हो जायेगी.

कृष्ण की महिमा कृष्ण का प्यार

कुछ लोग जन्माष्टमी को 2 सितंबर को मनाएंगे तो कुछ लोग 3 सितम्बर को लेकिन आपको बता दें कि मुख्य रूप से जन्माष्टमी को 3 सितंबर कि रात को मनाया जाना चाहिए, क्योंकि अष्टमी तिथि का सूर्योदय 3 सितंबर को होगा. खबरों की मानें तो 3 सितंबर को आठ बजे तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा.

श्री कृष्ण जन्माष्टमी मंगलमय हो

आओ मिलकर सजाये नन्दलाल को

जन्माष्टमी के इस अवसर पर

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -