नई दिल्ली : रियो ओलिंपिक टीम में शामिल नही किये जाने की नाराजगी के चलते भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रितु रानी ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी की अलविदा कह दिया है. रितु के इस फैसले से भारतीय हॉकी टीम को करारा झटका लगा है. मालूम हो की रितु को काफी विवादों के चलते रियो टीम से बेदखल किया गया था जिसकी वजह से उनके मन में काफी खटास थी. इसी वजह से रितु ने अपने अंतरराष्ट्रीय हॉकी कॅरियर को ख़त्म करने का फैसला लिया है.
हालांकि रितु को भोपाल में शुरू हुए राष्ट्रीय शिविर के लिये 29 संभावितों में शामिल किया गया था. लेकिन उन्होंने इसे नकारते हुए यह फैसला लिया है. रितु के इस फैसले के बाद हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा, हमें करीब दो या तीन दिन पहले रितु का मेल मिला जिसमे उन्हने कहा कि वह राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा नही ले सकती क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास ले रही हैं. साथ ही साथ कहा कि यह उनका निजी फैसला है. हॉकी इंडिया रितु के इस फैसले का सम्मान करता है. हॉकी इंडिया खेल और देश को दी गई उनकी सेवाओं के लिए शुक्रिया कहना चाहेगा.
आपको जानकारी देते चले कि रितु की कप्तानी में ही भारतीय महिला हॉकी टीम ने 36 साल बाद रियो ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया था. उनकी कप्तानी में ही राष्ट्रीय टीम ने 2014 इंचियोन एशियाई खेलों में ब्रॉन्ज और 2013 एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में सिल्वर मेडल जीता था. लेकिन इसके बाद भी रितु को ओलिंपिक टीम में शामिल नही किया गया.
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