प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सेल्फ़ी विद डॉटर' अभियान को सराहना और आलोचनाओ दोनों का सामना करना पड़ रहा है. मोदी के इस अभियान की जहा अभिनेत्री श्रुति सेठ ने कड़ी आलोचना की थी वही अभिनेत्री रिचा चड्ढा ने इस पहल को अच्छा बताया है. लेकिन उनका मानना है कि महिलाओं के सामने आने वाली समस्याएं सेल्फी या ऐसी किसी चीज से हल नहीं हो पाएगी इसके लिए गंभीर कदम उठाने होगे.
'सेल्फ़ी विद डॉटर' अभियान के बारे में बात करते हुए रिचा ने कहा, 'यह एक प्यारी और अच्छी पहल है. इसमें कोई हानि नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि यह शहरी पहल है. ये उन लोगो के लिए है जिनके पास स्मार्ट फोन है. रिचा चड्डा ने कहा, 'दहेज, यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ जैसी महिलाओं की समस्याओं का हल सेल्फी या ऐसी किसी चीज से नहीं निकाला जा सकता.
इस बारे में बातचीत रिचा ने बैंगलुरु में अपनी फिल्म 'मसान'के प्रमोशन के दौरान की. उनके साथ विक्की कौशल, श्वेता त्रिपाठी और निर्देशक नीरज घेवन भी माजूद थे. यह फिल्म परेशानी वाले समय में पिता और पुत्री के रिश्तो पर आधारित है. जब रिचा से पूछा गया कि ‘मसान’ के अलावा उन्हें कौन सी फिल्में सबसे ज्यादा प्रभावित करती हैं जिनमें पिता-पुत्री के रिश्तों को दर्शाया गया है तो उन्होंने ‘मिली’ और ‘डैडी’ को अपनी पसंदीदा फिल्म बताया.
फिल्म में ऋचा और संजय मिश्रा पुत्री-पिता के किरदार में नजर आयेगे. गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के बाद अब रिचा चड्ढा की फिल्म 'मसान’ भी फ्रांस के कान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में जाएगी. इसे फेस्ट की 'उं सर्तेन रगाद’ श्रेणी में इस साल प्रदर्शित किया जाएगा.