नई दिल्ली: शुक्रवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी 25 और फाीइलों को सार्वजनिक किया गया. फाइलों से पता चलता है कि प्लेन क्रैश में नेताजी की मौत के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई चाहते थे कि उनकी अस्थियों को भारत लाया जाए. इसके लिए उन्होने चिठ्ठी भी लिखी थी।
नेताजी अस्थियां जापान के रैंकोजी मंदिर में थी. देसाई ने अपनी चिठ्ठी में कहा था कि वे नेताजी की मौत से जुड़ी पूर्व की खबरों पर यकीन नहीं करते. बता दें कि नेताजी का परिवार भी जापान से उनकी अस्थियों को भारत लाने की कई बार मांग कर चुका है।
अगर ऐसा होता है, तो उसका डीएनए टेस्ट करके सारी चीजें भी स्पष्ट हो सकती है. आज जारी की गई फाइलों में से 5 प्रधानमंत्री कार्यालय से और 5 विदेश मंत्रालय की है. कहा जा रहा है कि जापान और रुस भी नेताजी से जुड़े दस्तावेजों को भारत के साथ साझा करने को तैयार हो गए है।
खबर तो यह भी है कि नेताजी की फाइलों और सामग्रियों के लिए दिल्ली में एक म्यूजियम भी बनाया जाएगा. इस बारे में जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घोषणा कर सकते है. पिछले महीने भी गोपनीयता सूची से फाइलों को हटाते हुए 50 फाइलों को सार्वजनिक किया गया था।
इसी प्रकार नेताजी के जन्मदिन के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे जुड़ी 100 फाइलों को सार्वजनिक किया था. अक्टूबर 2015 में नेताजी के परिवार वालों ने पीएम से मिलकर उनसे जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करने का आग्रह किया था।