नई दिल्ली: आज हम उन विधार्थियो के बारे में बताने जा रहे है, जो हमेशा यह कहते है अभी बहुत समय है, ये उम्र तो खेलने कूदने की है, अक्सर ऐसा कहने वाले लोग सिर्फ अपना समय बर्बाद करते है. उन्हें यह नहीं पता होता कि वह असल में क्या कर रहे है, और क्या करना चाहते हैं, ऐसे व्यक्ति सिर्फ आज में जीना जानते है, उन्हें भविष्य से कोई लेना देना नहीं होता है.
अपने देखा होगा एक विधार्थी है जिसे सब जानते है, जो काफी फैशनेबल है, और एक दूसरा विधार्थी है जो बहुत सिंपल हैं उसे दीन दुनिया की कोई खबर ही नहीं होती है कि फैशन में क्या चल रहा है, वही एक वक़्त ऐसा आ जाता है कि उस सिंपल विधार्थी को वो हर कोई जानता है और उस फैशनेबल विधार्थी को कोई नहीं जानता था, क्या आपने कभी ऐसा सोचा कि ऐसा कैसे हुआ जब एक वक़्त था उस पहले विधार्थी को सब जानते है आज उसे कोई नहीं जानता. इसके पीछे की वजह सिर्फ एक फैम है, जिस उम्र को उसे भविष्य के बारे में सोचकर पढ़ाई करनी थी. उस उम्र में वो खुद की तुलना अपने से बड़े लोगो से कर रहा था.
व्यक्ति छोटा हो या बड़ा हो अगर उसे उस दूसरे शख्स की तरह बनना है तो सबसे पहले उसे यह देखना चाहिए की उसे वहां तक पहुंचने में कितना समय और मेहनत लगी है, अन्यथा अगर आप पढ़ाई की उम्र में समय बर्बाद करने लगे तो बाद में सिर्फ पछताते रह जाओगे.
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