प्राचीन काल से ही भारत औषधियों का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक देश रहा है| आज जिन्हें हमारी रसोई में मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है, वे वास्तव में औषधियां हैं. जैसे हल्दी, जीरा, धनिया, लॉन्ग, इलायची, दालचीनी इत्यादि| भारत से इनका बड़े स्तर पर निर्यात होता था, और भारतीय निर्यातक इन औषधियों के बदले सोना प्राप्त करते थे |
आज जानेगे भारतीय मसलों में स्वाद बढ़ाने वाली दालचीनी के गुण लाभ :-
1 दालचीनी गर्म होती है, इसलिए इसके सेवन से सर्दी, खांसी जुखाम में राहत मिलती है।
2 यह कब्ज को भी दूर करती है। 1 ग्राम दालचीनी और 5 ग्राम छोटी हरड़ का चूर्ण मिला कर रात में खाएं, कब्ज नही होगी।
3 दांत में कीड़ा लगने, दर्द होने पर दालचीनी के तेल में भीगी रूई का फाहा लगाने से आराम मिलता है।
दालचीनी के तेल की कुछ बूंदें कान में डालने से कम सुनाई देने की समस्या से धीरे-धीरे छुटकारा मिलता है।
4 दालचीनी में मैंगनीज का भंडार है। इससे स्मरण शक्ति बढ़ती है।
5 दालचीनी त्वचा को निखारती है तथा खुजली के रोग को दूर करती है।
6 दालचीनी हार्ट के सेहत के लिए भी फायदेमंद है। इसमें पाए जाने वाला एंजाइम ट्राईग्लिसराइड और कोलेस्ट्रोल को कम करता है। इसके नियमित सेवन से हार्ट अटैक की संभावना कम रहती है।