लोग अपने बच्चो को पढ़ने के लिए स्कूल भेजते है ताकि उनका बच्चा पढ़-लिखकर काबिल बन जाये. लेकिन भारत के स्कूलों में स्थिति बद से बदत्तर है, बच्चो को पढ़ने के लिए क्लास रूम और अन्य सुविधाये तो एक समस्या हे ही साथ ही स्कूल के शिक्षक भी बच्चो के लिए बेरहम बने हुए है. स्कूलों में बच्चो को इतनी बेरहमी से पिटा जाता है कि उनकी हड्डिया तक टूट जाती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमे स्कूल में सफाई करने में आनाकानी करने पर संविदा टीचर ने दो लड़कियों को लौहे की रॉड से पिटाई की जिससे लड़कियों के हाथ की हड्डी टूट गयी.
उल्लेखनीय है कि संभल जिले के बहजोई स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय में टीचर द्वारा बच्चो से सफाई करवाई गयी. सफाई करने में आनाकानी करने पर दो लड़कियों को टीचर ने लौहे की रॉड से पीटा, जिससे उनके हाथ की हड्डी टूट गयी है.
इस घटना कि जानकारी मिलने पर परिजनों ने डीएम को सुचना दी. डीएम के आदेश पर बीएसए द्वारा लड़कियों को मेडिकल के लिए भेजा गया और डॉक्टर ने लड़कियों के टूटे हाथ पर प्लास्टर किया है.
उत्तराखंड: स्कूल बसों में बच्चों की सुरक्षा का नहीं है इंतजाम