कर चोरी के शक में होगी जीएसटी रिटर्न की जाँच
कर चोरी के शक में होगी जीएसटी रिटर्न की जाँच
Share:

नई दिल्ली :जीएसटी  के तहत दाखिल किए गए कुल बिक्री रिटर्न में से बहुत बड़े पैमाने पर आंकड़ों का मिलान नहीं होने की आशंका को देखते हुए केंद्रीय राजस्व विभाग ने इसकी जाँच करने का निर्णय लिया है .

जीएसटी रिटर्न के आंकड़ों की मानें तो जुलाई से दिसंबर के बीच 34 प्रतिशत कारोबारियों ने सरसरी तौर पर अपनी शुरुआती रिटर्न (जीएसटीआर-3बी) भरते समय 34,400 करोड़ रुपये कम कर का भुगतान किया है. इन कारोबारियों ने जीएसटीआर-3 बी रिटर्न दाखिल कर खजाने में 8.16 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया है, जबकि उनके जीएसटीआर-1 आंकड़ों का विश्लेषण करने पर पता चला कि उनकी कुल कर देनदारी 8.50 लाख करोड़ रुपये होनी चाहिए.केवल 16.36 प्रतिशत कारोबारियों द्वारा जमा शुरुआती संक्षिप्त रिटर्न और कर भुगतान के आंकड़े ही उनकी अंतिम रिटर्न और कर देनदारी से मेल खाते हैं .

 गौरतलब है कि देश में अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था में बड़े सुधार के तहत जीएसटी प्रणाली को एक जुलाई 2017 से लागू किया गया है. इस बारे में अभिषेक जैन ने बताया कि जीएसटीआर-1 और उसके साथ ही जीएसटीआर-3बी में जो फर्क दिख रहा है, उसके बारे में सरकार को विस्तार से विश्लेषण करना होगा.जीएसटी के तहत पंजीकृत 49.36 प्रतिशत व्यवसायियों ने जुलाई-दिंसबर के दौरान 91,072 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर भुगतान किया जबकि जीएसटीआर-1 दर्शाता है कि उनकी कुल कर देनदारी 5.59 लाख करोड़ रुपये है.

यह भी देखें

कई खूबियों से लैस होगी मारुति की पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी

विश्व व्यापार संगठन की दो दिवसीय बैठक आज से शुरू

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -