दिव्यांग अपने दिमाग से नियंत्रित कर सकेंगे कृत्रिम अंग
दिव्यांग अपने दिमाग से नियंत्रित कर सकेंगे कृत्रिम अंग
Share:

कई बार हमें ऐसा मामला सुनने को मिल जाता है जिसमे किसी हादसे की वजह कोई शख्स अपने शरीर का कोई अंग खो देता है. हालांकि रोज विकसित होती मॉडर्न तकनीक के इस दौर में अपांग हो चुके शरीर के हिस्से को दुबारा विकसित करना काफी आसान हो गया है. तकनीक के क्षेत्र में बढ़ते हुये प्रयोगों ने विकलांगों को नया जीवन दिया है. आजकल रोबोटिक अंगों के विकास कर विकलांग जनों को बेहतर ज़िंदगी देने की कोशिश की जा रही है. और ये कोशिश कई मायनों में असरकारक भी नजर आती है.

अभी हाल ही में हुए एक नए शोष के मुताबिक, इन रोबोटिक आर्म को अब दिमाग से नियंत्रित किया जा सकेगा. नेचर साइंस जर्नल में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक, ये रिसर्च विकलांग रिसस बंदरों के एक ऐसे समूह पर की गई जो सालों पहले किसी हादसे की वजह से अपना एक हाथ खो चुके थे. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि, 'जब भुजाओं को नियंत्रित करने वाले मस्तिष्क के हिस्सों काअध्ययन किया गया, तो सामने आया कि ये हिस्से एक विशेष न्यूरल प्लास्टिसिटी पर काम करते हैं. ये न्यूरोंस के वातावरण के अनुसार खुद को बदल सकते है.

इसके बाद इन बंदरों के विशेष रोबोटिक हाथ लगाये गये, जिनका कनेक्शन बीएमआई के जरिए उनके दिमाग से किया गया. इस रिसर्च से ऐसे अंग विकसित किये गए जिनका नियंत्रण मस्तिष्क से संभव हो पाया.

 

यहाँ देखें दिनभर की ताजा टेक्निकल अपडेट्स

हमारे दिमाग में मौजूद एक एसिड करता है यादों को व्यवस्थित

दुनिया के पीसी कारोबार में HP ने मारी बाजी

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -