प्रेगनेंसी में मिर्गी की दवा लेना हो सकता है खतरनाक
प्रेगनेंसी में मिर्गी की दवा लेना हो सकता है खतरनाक
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बॉस्टन.  गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में मिरगी के इलाज के लिए ली जाने वाली दवाओं के सेवन से शिशुओं के ऊपरी होंठ के कटने की विकृति (क्लेफ्ट लिप) का खतरा बढ़ सकता है. एक अमेरिकी अध्ययन में यह चेताया गया है. अमेरिका के ब्रिघम एंड वीमेन्स हॉस्पिटल और हार्वर्ड टी एच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक दल ने वर्ष 2000 से वर्ष 2010 के बीच अमेरिका में पैदा हुए बच्चों में होंठ कटने वाली इस विकृति के खतरे का अध्ययन किया. इसे भी पढ़ें: एलर्जी के खतरे को बढ़ा सकता है गर्भावस्था में फॉलिक एसिड का अत्यधिक सेवन

शोधकर्ताओं ने पाया कि टोपिरामेट (मिरगी की दवा) लेने वाली महिलाओं में ऐसे बच्चों को जन्म देने की संभावना उन महिलाओं से तीन गुणा ज्यादा होती है जो इसका सेवन नहीं करती हैं या कोई दूसरी दवा लेती हैं. अनुसंधानकर्ता सोनिया हर्नांडेज डियाज ने कहा कि हमारा अध्ययन दर्शाता है कि मिरगी से जूझने वाली जो महिलाएं टोपिरामेट का सेवन करती हैं उनके द्वारा होंठ कटे बच्चे को जन्म देने की आशंका ज्यादा होती है.” यह अनुसंधान न्यूरोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.

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