मंदिर को पवित्र स्थान माना जाता है जहां पर हम जूते और चप्पल बाहर उतारकर मंदिर में जाते हैं. लेकिन क्या आप मानेंगे एक ऐसा मंदिर है जहाँ पर भक्त लोग भगवान कुछ और नहीं बल्कि चप्पल चढ़ाते हैं. जी हाँ, अब तक तो हमने सुना है कि भगवान को प्रसाद के रूप में या भेंट के रूप में कोई भी खास वस्तु चढ़ाई जाती है जिससे हम प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं लेकिन ये मंदिर ऐसा है जहां पर आप चप्पल चढ़ाते हैं भगवान को, आइये जानते हैं ऐसा कौनसा मंदिर है.
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दरअसल, हम बात कर रहे हैं भोपाल के कोलार इलाके में स्थित जीजी बाई का मंदिर की जहाँ पर भक्तों को प्रसाद के रूप में चप्पल दी जाती है. यहां जितने भक्त लोग आते हैं वो सभी यहां पर चप्पल चढ़ाते हैं जिससे भारी मात्रा में चप्पल ढेर हो जाती हैं और उन्हें भक्तों में बांटा जाता है. इस मंदिर की माता की दिन में कई कपडे भी बदले जाते हैं क्योंकि वहां के महाराज का कहना है उन्हें लगता है माता खुश नहीं हैं जिसके कारण उनके वस्त्र भी बदले जाते हैं. इतना ही नहीं मंदिर के सेवक देवी मां दुर्गा की देखभाल एक बेटी की तरह होती है.
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माना जाता है कि 18 साल पहले यहां के महाराज ने माता की मूर्ति स्थापित की थी और उसी समय शिव-पार्वती का विवाह कराया था और खुद कन्यादान किया था और मां सिद्धिदात्री को अपनी बेटी मानकर पूजा करते हैं. इस मंदिर में वो भक्त आते हैं जिनकी मन्नत पूरी होती है और जो विदेश में भी बस चुके हैं तो वो विदेश से भी चप्पल भेजते हैं.
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