युवा लाइब्रेरी मे भी बना सकते हैं कैरिअर
युवा लाइब्रेरी मे भी बना सकते हैं कैरिअर
Share:

वैश्वीकरण के इस दौर में स्कूल हो या कॉलेज या फिर विश्वविद्यालय, सभी जगह लाइब्रेरी की आवश्यकता है। स्टूडेंट्स से लेकर प्रोफेसर यहां तक कि आम व्यक्ति भी कम से कम एक घंटा नॉलेज अपडेट के लिए लाइब्रेरी में बैठना पसंद करता है। पुस्तकालय एक ऐसी जगह है, जहां समाचार पत्र-पत्रिकाओं से लेकर नामचीन लेखकों की किताबें आसानी से सुलभ हो जाती हैं। यही कारण है कि लाइब्रेरी की सं या में दिन-प्रतिदिन इजाफा हो रहा है और इसकी पहचान एक पूर्ण नॉलेज सेंटर के रूप में होने लगी है। 

लाइब्रेरी का क्रेज 

लाइब्रेरी के क्रेज का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि किसी स्कूल, कॉलेज अथवा उच्च संस्थान में प्रवेश लेने से पूर्व स्टूडेंट एवं उसके अभिभावक लाइब्रेरी का स्टेटस देखते हैं कि वह कितनी समृद्घ है। वहां पुस्तकों की संख्या कितनी है और वे किस कंडीशन में हैं। इसके अलावा रिटायर्ड व्यक्तियों को भी एक समृद्घ लाइब्रेरी की तलाश रहती है।

एजुकेशनल क्वालिफिकेशन

यदि आप किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट हैं तो बैचलर ऑफ लाइब्रेरी ऐंड इन्फॉर्मेशन साइंस बी-लिब करने की योग्यता रखते हैं। सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स करने के लिए बारहवीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है। मास्टर ऑफ लाइब्रेरी ऐंड इन्फॉर्मेशन साइंस-एम-लिब, वही कैंडिडेट कर सकते हैं, जिसने बीलिब की डिग्री अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण कर ली है। इन कोर्सो में प्रवेश के लिए कुछ संस्थान एवं विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के बाद सफ ल उम्मीदवारों को ही संस्थान में प्रवेश देते हैं, तो कुछ मेरिट के आधार पर एडमिशन लेने की प्रक्रिया अपनाते हैं।

कैसे-कैसे पद

किसी भी लाइब्रेरी में सबसे बडा पद लाइब्रेरियन या पुस्तकालय प्रबंधक का होता है। इस पद पर कार्य करने वाले का स्केल एवं गरिमा प्रोफेसर पद के समतुल्य है। इसके बाद डिप्टी लाइब्रेरियन एसोसिएट प्रोफेसर पद के समकक्ष, असिस्टेंट लाइब्रेरियन-असिस्टेंट प्रोफेसर पद के समतुल्य होता है। लाइब्रेरी असिस्टेंट या टेक्नीकल असिस्टेंट आदि के पद भी होते हैं।

कहाँ हैं संभावनाएँ

विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, स्कूलों अन्य शैक्षिक संस्थानों में समृद्ध पुस्तकालय के अलावा जागरुकता बढाने के लिए सरकारी और निजी संस्थानों में भी लाइब्रेरी के साथ-साथ रेफ रेंस डिपार्टमेंट होता है। मीडिया में खासकर इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रसार ने भी रेफरेंस विभाग के विकास का रास्ता प्रशस्त किया है। 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -