नई दिल्ली: भारत में सीबीआई मामला सबसे चर्चित मामलों में से एक है। वर्तमान समय में इस मामले से संबंधित एक जानकारी सामने आई है। यहां बता दें कि मामले में आलोक वर्मा का नाम भी चर्चाओं में रहा है। वहीं बताया जा रहा है कि आलोक वर्मा के खिलाफ चल रही जांच में अब तक कोई सबूत नहीं मिला है। दरअसल केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी), सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा पर लगे 2 करोड़ की घूस लेने के आरोपों की जांच कर रही है।
दिल्ली: पायलट की छोटी सी गलती से फ्लाइट हुई 'हाइजैक'!
इसके अलावा बता दें कि आलोक वर्मा के खिलाफ चल रही सीवीसी की जांच में कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। जानकारी के अनुसार बता दें कि 23 अक्टूबर को आलोक वर्मा के साथ विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को केंद्र सरकार ने छुट्टी पर भेज दिया गया था। वहीं इसके बाद से ही आयोग उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायधीश एके पटनायक की अध्यक्षता में दोनों अधिकारियों के मामले की जांच कर रहा था।
लोकसभा चुनाव: सीट बंटवारे को लेकर चिराग पासवान का बड़ा बयान, कहा लोजपा को मिले सम्मानजनक सीटें
गौरतलब है कि सीबीआई में हुए पैसों के लेन देन मामले ने कुछ ज्यादा ही तूल पकड़ लिया था। जिसके बाद दोनों अधिकारियों को सरकार द्वारा छुट्टी पर भेजा गया था। वहीं सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की पीठ ने न्यायाधीश पटनायक को सरकार द्वारा कराई जा रही सीवीसी जांच की अध्यक्षता करने के लिए चुना था। यहां बता दें कि जांच के आदेश अस्थाना और वर्मा की लड़ाई सार्वजनिक होने के बाद दिए गए थे। इसके अलावा दोनों अधिकारियों ने एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए हैं।
खबरें और भी
6 दिवसीय वाराणसी दौरे पर जाएंगे मोहन भागवत, लोकसभा चुनाव पर होगी चर्चा
पाक ने फिर किया संघर्ष विराम का उल्लंघन, एक सैनिक शहीद, 2 जख्मी