इन काली चीजों को खाने से शनि देव दुर्भाग्य को बदल देंगे सौभाग्य में
इन काली चीजों को खाने से शनि देव दुर्भाग्य को बदल देंगे सौभाग्य में
Share:

दुनिया में बहुत से ऐसे व्यक्ति है जिनके साथ हर रोज कुछ न कुछ गलत होते रहता है, हमेंशा वह सोंचते है की आज उनके साथ कुछ अच्छा होगा लेकिन किस्मत के चलते उनका दुर्भाग्य उनका साथ ही नहीं छोड़ता और हमेशा कोई न कोई हानि का सामना करना पड़ता ही है। हो सकता है की आप भी इसी लाईन में शामिल हो अगर हां तो आज हम आपको एक ऐसी चीज बताने वाले हैं जिसे करने के बाद शनि देव खुश होकर आपके सारे दुर्भाग्य दूर कर देंगे तो चलिए देखते हैं कौन से वह काम हैं।

काली मिर्च भी शनि से प्रभावित है। कफ नाशक माना जाता है, यह नेत्रों की ज्योति भी बढ़ाती है। इसका सेवन अपच, दस्त, कब्ज और पेट में बने एसिड से निजात दिलवाता है। एक अध्ययन से यह बात सामने आई है कि काली मिर्च ब्रेस्ट कैंसर से भी बचाव करती है। यह पेट में गैस नहीं बनने देती।

ब्लैक टी का रंग काला है इसलिए ये शनि का आहार है। ब्लैक टी एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, इस वजह से यह काफी हद तक दिल का दौरा आने की संभावना कम हो जाती है। एक अध्ययन के अनुसार यह ब्लड शुगर और कॉलेस्ट्रॉल को भी कम करता है। जिन लोगों की सुनने की शक्ति खत्म हो रही है उन्हें ब्लैक टी का सेवन जरूर करना चाहिए। यह दांतों की कैविटी को भी दूर करता है।

काले जीरे  के दान व सेवन से शनि सभी बुरे प्रभावों को खत्म कर देता है। काले जीरे में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, मिनरल्स, पेंटोसोन, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, आदि खनिज तत्व होते हैं। काला जीरा हीमोग्लोबिन के साथ-साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। यह हर्ट अटैक के खतरे को भी कम करता है और जीरे को उबालकर उसका पानी पीने से बवासीर, गर्भाशय और योनि को खुजली में राहत देता है।

 

इस तरह सांप का दिखाई देना आपको धनलाभ दिला सकता है

5 अक्टूबर के दिन इन राशि वालो को नहीं करना चाहिए ऐसा काम

माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए आज से ही करें ये शुभ कार्य

जानिये R से शुरू होने वाले नाम का महत्व

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -