भारत का रुतबा विश्व में लगातार बढ़ता जा रहा है. दुनिया का हार विकसित देश भारत से हाथ मिलाना चाहता है. इसी क्रम में भारत मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजाइम (MTCR) और वासेनार अरेंजमेंट की सदस्यता के बाद अब एक और परमाणु हथियार के निर्यात पर नियंत्रण करने वाले बड़े समूह का सदस्य बन गया है. भारत अब ऑस्ट्रेलिया समूह (एजी) का हिस्सा भी है.
प्रधानमंत्री ने आज शनिवार को इस पर ट्वीट कर धन्यवाद दिया और कहा कि इससे परमाणु अप्रसार के क्षेत्र में भारत का कद बढ़ने की संभावना और इससे महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी हासिल करने में मदद मिल सकती है. बता दें कि ऑस्ट्रेलिया समूह (एजी) के साथ ही भारत अब चार में से तीन ऐसे बड़े समूह का सदस्य है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ''हाल में प्रतिष्ठित परमाणु समूहों में भारत को शामिल किये जाने से सख्ती के साथ अप्रसार की देश की प्रतिबद्धता की एक बार फिर से पुष्टि हुई है.''
I thank Australia and other members of the Australia Group for export control for supporting India's entry in it.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 20, 2018
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं ऑस्ट्रेलिया और निर्यात नियंत्रण से जुड़े ऑस्ट्रेलिया समूह के अन्य सदस्य देशों को इसमें भारत के प्रवेश में समर्थन देने के लिए धन्यवाद देता हूं.’’ उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्ष में एमटीसीआर, वासेनार समझौता और ऑस्ट्रेलिया समूह में भारत की सदस्यता से एक बार फिर ‘परमाणु अप्रसार को लेकर हमारी साख एवं वैश्विक शांति एवं सुरक्षा को लेकर हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि हुई है.’
Over the last two years, India’s membership of MTCR, Wassenaar Arrangement & Australia Group reaffirms India's strong non-proliferation credentials & also our commitment to global peace and security.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 20, 2018
बता दें कि एमटीसीआर, वासेनार समझौता और ऑस्ट्रेलिया समूह में भारत की सदस्यता ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG) की सदस्यता के दावे को मजबूत किया है. इस समूह में 48 देश हैं. जो परमाणु सामाग्री, तकनीक एवं उपकरणों के निर्यात के अधिकारी और नियंत्रक है.
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