न्यूजट्रैक परिवार की ओर से सभी को ग्यारस की शुभकामनाये
न्यूजट्रैक परिवार की ओर से सभी को ग्यारस की शुभकामनाये
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आप सभी को न्यूजट्रैक परिवार की तरफ से देवउठनी ग्यारस की ढेर-सारी शुभकामनाएं.

असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है दीपावली, यह तो सभी जानते हैं कि जब भगवान श्रीराम 14 वर्ष का वनवास काट कर आयोध्या पहुंचे और रावण का वध कर माता सीता को मुक्त करवाया, तब उनके लौटने पर समस्त आयोध्या वासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया. ऐंसा कहा जाता है कि बस तभी से दीपावली की शुरुआत हुई. वैसे कई पौराणिक कथाएं हैं जिनमे दीवाली मानाने का उल्लेख मिलता है. और भारत तो है ही रीति - रिवाजों और त्योहारों का देश. भारत में जहां सभी धर्मो के लोग मिल-जुल कर रहते हैं, वहीं उनकी अलग-अलग परम्पराएं होती हैं, अलग-अलग त्यौहार होते हैं. 

इसीलिए भारत में आए-दिन कोई न कोई त्यौहार आता है जिसे सभी ख़ुशी-ख़ुशी मानते हैं. कहीं रंग-बिरंगी रौशनी का पर्व तो कहीं रंग-बिरंगे रंगों का त्यौहार, सभी लोगों के दिल में उत्साह और नयी उमंग भर देते हैं. दीवाली के बाद आती है ग्यारस जिसे देवउठनी ग्यारस कहा जाता है. पुराणों में इसका उल्लेख किया गया है कि इसी दिन भगवान विष्णु चातुर्मास के बाद चिरनिद्रा से उठते हैं. ग्यारस से मांगलिक कार्य प्रारम्भ हो जाते हैं. आज के दिन तुलसी विवाह की परम्परा भी प्रचलित है. गायरस को पाप विनाशी गायरस भी कहा जाता है अर्थात सभी पापों का नाश करने वाली. लेकिन ग्यारस असल मायने में तभी सार्थक होगी जब हम सब अपने अंदर के पापों का नाश करें.

चलिए ये तो हो गयी पौराणिक बातें, अब हम बात करते हैं आज के ज़माने की, जिसे कहते हैं डिजिटल दुनिया. जहां तकनीक ने इतनी तरक्की कर ली है कि अब कोई रिश्तेदारों के यहाँ नहीं जाता, बल्कि सोशल मीडिया पर शुभकामनाएं सन्देश दे देता है. रिश्ते निभाने का ये भी एक नया रिवाज बन गया है. चाहे किसी को जन्मदिन की बधाई देनी हो या शादी की वर्षगाँठ की शुभकामनाये देनी हों या किसी त्यौहार की बधाई हो, सब एक छोटे से मोबाइल तक सीमित हो गए हैं. तकनीक ने जहां एक ओर दूरियां ख़त्म करने का काम किया है, वहीं एक दूसरे से मिलकर होने वाली ख़ुशी का अहसास भी कम कर दिया. वैसे तकनीक हमारे लिए बहुत अहम और जरूरी है लेकिन, असली मज़ा तो सब के साथ आता है. फिलहाल वक़्त की नज़ाकत तो यही है कि सभी को शुभकामना सन्देश देकर सभी की ख़ुशी में शरीक हुआ जाए. हाँ एक बात और इस बार एक शुभकामना सन्देश उनके नाम जरूर भेजें जो देश की सरहद पर तैनात हैं, ताकि हम, हर त्यौहार ख़ुशी-ख़ुशी और सबके साथ बिना किसी मुश्किल के मना सकें.

एक शुभकामना सन्देश उनके नाम भी हो, इस छोटी दिवाली में,
जिन्होंने अपना सारा जीवन कर दिया कुर्बान, हम सब की रखवाली में...

एक बार फिर आप सभी को न्यूजट्रैक परिवार की ओर से देवउठनी ग्यारस और छोटी दीवाली की हार्दिक बधाई. आप सभी का प्यार सदैव ऐसे ही बना रहे और आप सभी की खुशियाँ हमेशा बढ़ती रहें ऐसी हमारी कामना है.

देवउठनी ग्यारस की ऐसे भेजे अपने रिश्तेदारों और मित्रजनो को शुभकामनांए

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