रायबरेली के लालपुर कस्बे में एक चौकाने वाला तथ्य सामने आया है जहां एक भिखारी कि पहचान करोड़पति के रूप में हुई है. बताया जाता है कि वो फटेहाल दशा में भीख मांगते हुए वो अचानक यहां के एक कॉलेज में पहुंचा. जहां भिखारी के वेश में घूम रहे एक बुजुर्ग को नहला धुलाकर पूछताछ की गई तो पता चला कि वह भिखारी नहीं बल्कि करोड़पति है.
बता दे कि भिखारी के पास से आधार कार्ड के साथ एक करोड़, 6 लाख, 92 हजार 731 रुपए की एफडी के कागजात बरामद हुए. आधार कार्ड से तमिलनाडु के करोड़पती व्यापारी है. आधार कार्ड से पहचान हुई कि बुजुर्ग तमिलनाडु का रहने वाला है. इसके बाद आगे की जानकारी में पता चला कि वह तमिलनाडु का करोड़पती व्यापारी है.
आपको बता दे कि आधार कार्ड के जरिये उनकी पहचान मुथया नादर पुत्र सोलोमन पता 240 बी नार्थ थेरु, थिदेयूर पुकुली, तिरुनेवेली तमिलनाडु , 627152 के रूप में हुई. उसके पास मिले कागजों में उसके घर का फोन नंबर भी था. सूचना देने पर उसके परिवारजन उसे हवाई जहाज से अपने साथ घर ले गए. वही उस बुजुर्ग के परिवार वालो ने बताया कि जुलाई में ट्रेन यात्रा के दौरान वह भटक गए थे. तब से उनकी खोज की जा रही थी.
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