जयपुर : देश में इन दिनों देश विरोधी घटनाएं बढ़ती जा रही है। एटीएस ने गुरुवार को कनकपुरा स्थित कंटेनर डिपो से 20 टन परमाणु खनिज जब्त किया है। ये परमाणु खनिज अवैध तरीके से चीन और हांगकांग भेजे जा रहे थे। जिसमें दिल्ली का एक दलाल संलिप्त था। ये परमाणु खनिज महंगे होने के साथ ही प्रतिबंधित भी है।
इन अयस्कों को दूसरे देश भेजने वाली कंपनी के संचालक और दलाल समेत कुल तीन लोगों को एटीएस ने गिरफ्तार किया है और अब इनसे सख्ती से पूछताछ की जा रही है। एसओजी डीआईजी विपिन कुमार पाण्डेय ने बताया कि मनीष गुप्ता, मुर्तजा व सलीम को हिरासत में लिया गया है। मनीष दिल्ली के प्रीतमपुरा में रहता है। वह मुर्तजा की घाटगेट स्थित अतिया जेम्स के जरिए प्रतिबंधित खनिज को चीन और हांगकांग भेजता था।
इस संबंध में जानकारी एक हफ्ते पहले ही मिली थी। यह शिकायत एसओजी को परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय, परमाणु ऊर्जा विभाग ने की थी। इस पर एटीएस ने छानबीन की, तो संगठित गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। बुधवार को एटीएस ने एसओजी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई और परमाणु विभाग के विशेषज्ञों की टीम के साथ कनकपुरा स्थित कंटेनर डिपो पर गुरुवार को कार्रवाई की गई।
मनीष गुप्ता और मुर्तजा की डीलिंग के बाद सलीम किशनगढ़, नागौर और आस-पास के खानों में जाकर बेरिल इकठ्ठा करता था। फिर बेरिल जयपुर लाया जाता था। मुर्तजा अपनी फर्म अतिया जेम्स के नाम से बुकिंग करके कंटेनर से इसे चीन और हांगकांग भेजता था। बेरिस खनिज से बेरेलियम नामक तत्व निकलता है। बेरेलियम का उपयोग परमाणु रिएक्टर और अंतरिक्ष विज्ञान संबंधित प्रयोगों में होता है। बेरेलियम को खरीदने का अधिकार केवल केंद्र को है। भारत विश्व में दूसरे नंबर पर बेरिल का उत्पादक देश है। यह राजस्थान, झारखण्ड और आंध प्रदेश में मिलता है।