मनामा: आतंकवाद के खिलाफ कदम उठाते हुए बहरीन की एक अदालत ने 115 लोगों की नागरिकता चीन ली और उनमे से 55 लोगों को आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई है. इन लोगों पर आरोप है की इन्होने ईरान से जुड़े एक आतंकवादी संगठन ‘जुल्फिकार बटालियन्स’ का गठन किया था. इसी मामले पर सुनवाई करते हुए बहरीन अदालत ने 115 लोगों को इस आतंकवादी संगठन का गठन करने पर दोषी पाया.
यह मामला 2015 के सुन्नी मुस्लिम शासित बहरीन से सम्बंधित है, जिसमे ईरानी क्रांतिकारियों ने बहरीन के शिया मुस्लिमों को एक नए संगठन का गठन करने में मदद की थी, जिससे वे सुन्नी मुस्लिमों को बहरीन से बाहर निकाल सकें. इन आरोपियों पर कई विस्फोटक, हथियार, विस्फोटकों का इस्तेमाल करने, पुलिस अधिकारीयों के हत्या का प्रयास आदि मामलों में आरोपी पाया गया है.अदालत ने कहा कि उन्होंने बहरीन के खिलाफ ‘शत्रुतापूर्ण कृत्यों को अंजाम देने के इरादे’ से ईरान एवं इराक में ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड से प्रशिक्षण लिया था.
बहरीन के सार्वजनिक अभियोजन ने कहा कि मामला एक ‘जुल्फिकार ब्रिगेड्स’ नाम के एक आतंकी समूह से जुड़ा है. 2016 में अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर उसके सदस्यों को गिरफ्तार करने की घोषणा की थी अभियोजन पक्ष ने कहा कि 53 प्रतिवादियों को उम्रकैद की सजा दी गई जबकि दर्जनों लोगों की सजा जेल में बिताई गई अब तक की सजा तक सीमित कर दी गई और 23 को बरी कर दिया गया.
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