जलपाईगुड़ी: जलपाईगुड़ी में कृमिनाशक दवा खाकर 400 बच्चों के बीमार पढ़ने का मामले सामने आया है. जिसके बाद उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष ने मामले की जाँच के आदेश दिए है. शुक्रवार को वह विभिन्न अस्पतालों में जाकर बीमार बच्चों से भी मिले. इस मामले को लेकर श्री घोष ने शिक्षकों पर ही सवालिया निशान लगाया है.
वह सबसे पहले मयनागुड़ी अस्पताल पहुंचे. वहां से जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल आ गये. इस अस्पताल में काफी बच्चों की चिकित्सा चल रही है. संवाददाताओं से बातचीत करते हुए श्री घोष ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से कृमि की दवा खिलाने को लेकर स्कूल के शिक्षकों व कर्मचारियों को प्रशिक्षित भी किया गया था. दवा की खुराक क्या है, इसकी पूरी जानकारी इन लोगों को दी गयी थी. उसके बाद भी इस प्रकार की घटना घटी है. पूरे मामले की जांच की जायेगी. प्राथमिक जांच के बाद जो पता चला है बच्चों को खाली पेट में यह दवा दी गयी है.
इससे पहले गुरुवार को साप्तिबाड़ी स्कूल सहित जलपाईगुड़ी जिले के कई स्कूलों में लगभग 400 बच्चे कृमिनाशक दवा खाकर बीमार पड़ गये थे. इन सभी को मयनागुड़ी तथा जलपाईगुड़ी अस्पताल में भरती कराया गया था. जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रकाश मृधा ने परिस्थिति पूरी तरह से सामान्य रहने का दावा किया है. उन्होंने कहा है कि सभी बच्चे ठीक हैं. विभाग की ओर से भी मामले की जांच की जा रही है.