कुवैत : ISIS का आतंक लगातार दुनिया पर बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में इस आतंकी संगठन ने फ्रांस, कुवैत और ट्यूनीशिया में हमले कर दिए। इस दौरान करीब 67 लोग मारे गए हैं। यही नहीं ट्यूनीशिया में तो सूजे शहर के दो होटलों पर हुए आतंकी हमले में 39 लोगों की मौत हो गई जबकि, बंदूकधारियों द्वारा सैलानियों को लेकर अंधाधुंध फायरिंग की गई। इस दौरान दुनिया के विभिन्न देशों में होटलों में ठहरे लोग भी दहशत में आ गए। ISIS के आतंकी जिस इस्लाम के लिए लड़ रहे हैं, उसी इस्लाम की सारी हदों को वे लांघ रहे हैं। इस्लाम के कानूनों का उल्लंघन करते हुए ISIS माहे रमजान में ही खून बहाने में लगा। ऐसे में ISIS द्वारा इस्लाम का झंडाबरदार करने की क्या उम्मीद की जा सकती है। लोगों का मानना है कि इस्लाम की आड़ में इस संगठन के कर्ताधर्ता अपनी बात मनवाना चाहते हैं और दुनिया को जबरन अपना गुलाम बनाना चाहते हैं। ऐसा करने के लिए वे इस्लाम की आड़ ले रहे हैं।
हाल ही में इस आतंकी संगठन द्वारा ट्यूनीशिया के सूजे शहर में होटलों पर ही हमला कर दिया गया। इस दौरान 39 लोगों ने अपनी जान गंवाई। दूसरी ओर कुवैत में शिया मस्जिद में फिदायीन हमला हुआ जिसमें करीब 27 लोग मारे गए। यही नहीं फ्रांस में आतंकी हमले में एक व्यक्ति का सिर कलम कर दिया। इससे वहां लोगों में दहशत फैल गई। फ्रांस द्वारा ISIS के बढ़ते कदमों को गंभीरता से लिया जा रहा है। अफ़्रीकी मूल के देश ट्यूनीशिया में इस तरह के हमले होने से करीब 39 लोगों की जान चली गई है। जबकि आत्मघाती हमलावर भी मारा गया है। मामले में कहा गया है कि आतंकी के शव के समीप क्लाश्चिन्कोव राईफल पड़ी थी। हमलावर ने काले रंग के परिधान पहन रखे थे। दूसरी ओर कुवैत की राजधानी कुवैत सिटी में शिया मस्जिद में फिदायीन हमला हुआ जिसमें करीब 27 लोगों की जान चली गई है।
यही नहीं इस हमले में लगभग 270 लोग घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों और घायलों में महिला और बच्चों की संख्या भी शामिल है। आतंकी संगठन द्वारा इतनी मानवीयता तक नहीं दिखाई गई कि वे नमाज़ अता होने तक ठहर सकें। शुक्रवार के जुमे की नमाज़ अता करने वाले शिया मुस्लिम घुटनों पर झुके हुए थे इसी दौरान धमाका हुआ और सबकुछ धुंए के गुबार मे समा गया। हमले के दौरान मस्जिद में लगभग 2000 लोग नमाज़ अता कर रहे थे।