श्रीनगर: मोदी सरकार के 36 केंद्रीय मंत्रियों की जम्मू कश्मीर यात्रा आज से शुरू हो रही है. इस दौरान मंत्री अलग-अलग समूहों में केंद्र शासित प्रदेश पहुंचेंगे और वह जम्मू एवं कश्मीर में कुल 52 स्थानों की यात्रा करेंगे. केंद्रीय मंत्री 18 से 24 जनवरी के बीच जम्मू-कश्मीर व लद्दाख दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के कई जिलों में जाकर जमीनी हकीकत जानेंगे.
केंद्रीय मंत्रियों के इस दौरे पर सियासत भी शुरू हो गई है. स्थानीय दलों ने इस यात्रा को खारिज करते हुए कहा है कि इस दौरे से कुछ हासिल नहीं होने वाला है. हालांकि, भाजपा का मानना है कि गत वर्ष अगस्त में धारा 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में विकास कार्यों को शुरू करने के संबंध में जमीनी स्थिति का आकलन करने के लिए यह दौरा महत्वपूर्ण साबित होगा.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरुण गुप्ता ने बताया है कि,'बैठकों के लिए कोई निश्चित एजेंडा तय नहीं किया गया है. यह मूल रूप से फंड (धन) के आवंटन के लिए जमीनी स्थिति का आकलन करने के लिए एक प्रैक्टिस है.' उन्होंने कहा कि रेल मंत्री पीयूष गोयल जम्मू-कश्मीर में रेलवे नेटवर्क बढ़ाने पर फोकस करेंगे. जम्मू स्थित पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष हर्ष देव सिंह ने कहा कि सरकार लोगों का भरोसा जीतने में नाकाम रही है. सिंह ने कहा, "यह एक पब्लिसिटी स्टंट है."
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