नई दिल्ली: क़ीमती सामान और अन्य लावारिस सामान की कीमत 32 करोड़ रुपये आंकी गई है. सामान में नकदी और मोबाइल फोन भी शामिल है. सिर्फ पिछले साल में देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर हवाई यात्रियों द्वारा गलती से सामान छुट जाता है. 2015 में बरामद संपत्ति पर डेटा, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) द्वारा जुटाए जा चुका है. देश में 59 नागरिक हवाई अड्डों को सुरक्षित करने के लिए ज़िमेदार सीआईएसएफ ने अधिकारी खुलासे में यह बात की पुष्टि की है.
सीआईएसएफ के अनुसार, उड़ान भरने वालों और अन्य लोग, गलती से आभूषण, लैपटॉप, सेलफोन, इलेक्ट्रॉनिक आइटम और नकदी पीछे छोड़ जाते है. इन सभी की कुल कीमत 32.15 करोड़ रुपये है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "सीआईएसएफ टीमों द्वारा जब्त सभी सामान, हवाई अड्डे ऑपरेटिंग अधिकारियों को सौंप दिया जाता है. प्राप्त सामान का एक बड़ा हिस्सा, सत्यापन के बाद यात्रियों द्वारा वापस दावा किया जाता है."
अर्धसैनिक बल की वेबसाइट http://www.cisf.gov.in पर बरामद वस्तुओं की सूची और जाँच के बाद एयरपोर्ट ऑपरेटर के डेस्क से ही सामान पर दावा कर सकते हैं. वास्तविक मालिकों के दावों के बाद सामान का मूल्यांकन पूरा होता है.