मुंबई : मोटापे की समस्या आज सामान्य हो गयी है. 42 साल की अमिता रजनी भी इसी समस्या से पीड़ित है. अमिता का वजन 300 किलो ग्राम था. वह अपने मोटापे की वजह से बिस्तर से उठ नहीं पाती थी. लेकिन बेरिएट्रिक सर्जरी के माध्यम से अमिता रजनी ने 117 किलो ग्राम वजन कम कर लिया. अमिता ने अपना वजन कम कराने के लिए लेप्रोस्कोपिक स्लीव ग्रेस्टेक्टोमी पद्धति का प्रयोग किया.
लेप्रोस्कोपिक स्लीव ग्रेस्टेक्टोमी पद्धति का प्रयोग करने के बाद अमिता का वजन 117 किलो ग्राम हो गया है. इस पद्धति की मदद से वसई स्थित निवासी अमिता आठ साल बाद अपने पैरों पर खड़े होकर अपने बंगले के बाहर के नजारे देखने की ख़ुशी महसूस कर पायी. अमिता का वजन अब भी 183 किलोग्राम है जो की बहुत ज्यादा है.
अमिता रजनी का वजन 2007 में 300 किलोग्राम था. इसके चलते वह बिस्तर से उठ पाने में असमर्थ थी. बेरिएट्रिक सर्जन डॉक्टर शशांक शाह ने पुणे में अमिता उपचार किया. उन्होंने जानकारी दी कि यह सुपर मॉर्बिड ओबेसिटी की समस्या का अनोखा मामला है. सामान्य व्यक्ित का बीएमआई 18 से 23 के बीच रहता है लेकिन अमिता का बॉडी मास इंडेक्स 100 से ज्यादा था. अमिता की सर्जरी के लिए एक विशेष टेबल का निर्माण किया गया था . इतना ही नहीं, वजन नापने के लिए स्पेशल मशीन का प्रयोग किया गया था.
अमिता रजनी की सर्जरी में कीमत करीब 4 लाख रुपए का खर्च हुआ. इलाज में कुल आठ लाख रुपए खर्च हुए. 35 मिनट के ऑपरेशन और चार दिन अस्पताल में रहने के बाद अमिता अपने घर वापिस आ गयी है. अमिता ने कहा कि उसे यकीन है कि इस साल के अंत तक वह अपना वजन 100 किलो तक कर लेगी. डॉक्टर शाह ने कहा कि प्रोटीन, आयरन सप्लीमेंट्स और विटामिन बी-12 की संतुलित डाइट से वह अच्छे स्वास्थ का लाभ ले सकेगी.