दिग्गज भारतीय हॉकी खिलाड़ी और तीन बार के ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता बलबीर सिंह (Balbir Singh) सीनियर की स्थिति स्थिर बनी हुई है और उन्हें अब भी वेंटिलेटर पर रखा गया है. 95 साल के दिग्गज खिलाड़ी को पिछले शुक्रवार को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है था. उन्हें बुधवार की सुबह भी दो बार दिल का दौरा पड़ा और तब से उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है.
बलबीर सीनियर के नाती कबीर ने 'भाषा' को बताया कि नानाजी को बुधवार सुबह दो बार दिल का दौरा पड़ा, लेकिन उसके बाद उनकी हालत नहीं बिगड़ी. उनकी स्थिति हालांकि अब भी नाजुक है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. उन्होंने कहा कि उन्हें अब भी आईसीयू में रखा गया है. चिकित्सक लगातार उनकी स्थिति का आकलन कर रहे हैं. बलबीर सीनियर को शुक्रवार को तबीयत बिगड़ने पर उनके आवास से निजी अस्पताल ले जाया गया था. वह अपनी बेटी सुशबीर और कबीर के साथ रहते हैं.
पिछले साल 108 दिन रहे थे हॉस्पिटल: पिछले साल जनवरी में बलबीर सीनियर को अस्पताल में 108 दिन बिताने के बाद पीजीआईएमईआर से छुट्टी मिली थी. इस अस्तपाल में उनका निमोनिया के लिए उपचार चल रहा था. उन्होंने लंदन (1948), हेलसिंकी (1952) और मेलबर्न (1956) ओलिंपिक में भारत के स्वर्ण पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई थी. हेलसिंकी ओलिंपिक में नेदरलैंड के खिलाफ 6-1 से मिली जीत में उन्होंने पांच गोल किए थे और यह रिकॉर्ड अभी भी बरकरार है. वह 1975 विश्व कप विजेता भारतीय हॉकी टीम के मैनेजर भी रहे.
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