रांची: झारखंड के सबसे बड़े हॉस्पिटल राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान, रिम्स रांची से अब तक कोरोना वायरस के 90 % संदिग्ध बगैर बताए भाग खड़े हुए हैं। रिम्स प्रबंधन को टेस्ट के लिए सैंपल देने के बाद से गायब हुए इन संदिग्धों को लेकर शासन-प्रशासन में कोहराम मच गया है। बताया जा रहा है कि टेस्ट पॉजीटिव पाए जाने तक ऐसे संदिग्ध, दूसरे काफी सारे लोगों को अपनी चपेट में ले लेंगे।
प्रदेश में महामारी कानून लागू हाेने के बाद रांची, रामगढ़, गिरिडीह, चतरा, गुमला, धनबाद और चाईबासा समेत कई शहरों से कोरोना के अधिसंख्य संदिग्ध नादरद हो चुके हैं। ऐसे फरार संदिग्धाें की शिनाख्त करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने आम लोगों को अलर्ट किया है। वहीं विदेश से लौटे हजारीबाग के विष्णुगढ़ के पांच युवकों में कोरोना की आशंका को लेकर बीते पांच दिनों से उन्हें मेडिकल सर्विलांस में रखा गया है।
विदेश से भारत आए मुसाफिरों में से नागी के दो, चानो के एक, करगालो के एक एवं हेठली बोदरा के एक ग्रामीण युवक शामिल हैं। ये युवक मलेशिया, श्रीलंका, कतर, म्यांमार से नौकरी कर स्वदेश लौटे हैं। इसकी सूचना मिलते ही विष्णुगढ़ के स्थानीय चिकित्सा पदाधिकारी अपनी निगरानी में लेकर उनके स्वास्थ्य की जांच कर रहे हैं। उन्हें 28 दिनों तक लगातार निगरानी में रखा जाएगा।
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