पश्चिम बंगाल के सिलगुड़ी के लॉकडाउन की वजह से कोटा में 2300 छात्र फंसे हुए है. जिन्हे उनके घर पर पहुंचा दिया गया है. सरकार ने छात्रों की मदद के लिए शुक्रवार स्पेशल बस की सेवा शुरू की. इस दौरान कुल 2300 छात्रों को पश्चिम बंगाल के आसनसोल, कोलकाता और सिलीगुड़ी में 84 बसों के माध्यम से सभी को उनके निवास पर पहुंचाया गया.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि लॉकडाउन के चलते छात्र कोटा में फंसे हुए थे. इसके बाद अभिभावकों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील की थी कि वे उन छात्रों को वापस उनके घर तक पहुंचाने में मदद करें. मीडिया से बातचीत करते हुए एक इंजीनियरिंग छात्र पल्लवी रॉय ने कहा, "मैं अपने घर में वापस आकर बहुत खुश हूं. कोटा में COVID-19 के मामले बढ़ रहे हैं, इसलिए कई राज्य फंसे हुए लोगों को वापस उनके निवास तक लाने की पहल कर रहे हैं और यह तारीफ के योग्य है. वहीं अपने बेटी का इंतजार कर रहे पिता रविकांत तिवारी ने कहा कि लॉकडाउन के चलते मेरी बेटी कोटा में फंसी हुई थी और मैं काफी परेशान था.
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अपने बयान में राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देब ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कोटा में कोटा से फंसे हुए छात्रों को वापस लाने के लिए सभी पहल की हैं. उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री से संपर्क किया. 84 बसों के माध्यम से कुल 2300 छात्र कोटा से वापस पश्चिम बंगाल आए हैं. उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय ने बुधवार को प्रवासियों मजदूरों, श्रमिकों, छात्रों, पर्यटकों सहित फंसे हुए लोगों की आवाजाही की अनुमति प्रदान प्रदान की थी. इसके बाद यह कदम उठाया गया है.
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