नई दिल्ली: केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. किसान आंदोलन के दौरान दो और किसानों की जान चली गई है. दोनों किसान की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई है. बताया जा रहा है कि दोनों किसान पंजाब के बरनाला जिले के निवासी हैं. इनकी शिनाख्त राजेन्द्र और कर्म सिंह के रूप में हुई है.
टीकरी बॉर्डर पर मौजूद प्रदर्शनकारियों के अनुसार, मृतक किसान बीते काफी समय से किसान आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे. मृतक किसानों की शिनाख्त पंजाब के बरनाला जिला निवासी राजेंद्र और कर्म सिंह के रूप में हुई है. दोनों किसानों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए बहादुरगढ़ के सामान्य अस्पताल में रखवा दिया गया है. बता दें कि तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की मांग को लेकर बीते 7 महीने से किसान दिल्ली की अलग-अलग सरहदों पर आंदोलन कर रहे हैं. किसान संगठनों का दावा है कि इस आंदोलन में शामिल लगभग 500 किसान अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं, मगर केंद्र सरकार और किसानों के बीच वार्ता बंद है.
किसान नेताओं का कहना है कि सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है. हालांकि, सरकार की जिद के आगे किसान भी जिद पर अड़े हुए हैं और सड़क पर पक्का घर तक बना चुके हैं. उनका कहना है कि जब तक कानून वापस नहीं लिए जाते, तब तक वे घर वापस नहीं लौटेंगे. वहीं सरकार की तरफ से बार-बार कृषि कानून के लाभ गिनाए जा रहे हैं.
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