नई दिल्ली : कहा जाता है की मां- बाप के कलेजे का टुकड़ा उसकी औलाद होती है. बेरहम माता-पिता दो दिन पहले पैदा हुई एक बच्ची को गोविंदपुरी मेट्रो स्टेशन के पास रखकर चले गए. भूख -प्यास से मासूम बिलखने लगी. उसकी चीख ऐसी की पत्थर दिल इंसान भी पिघल जाये लेकिन उन बेरहम माता-पिता का कलेजा बिलकुल नहीं पसीजा. दो दिन पहले इस दुनिया में आई नन्ही जान को उसके माता-पिता ने अकेला छोड़ दिया. सोमवार की रात बच्ची दिल्ली के गोविंदपुरी मेट्रो स्टेशन के पास फुटपाथ पर लावारिस हालात में मिली.
आस-पास लगे CCTV को खंगाला गया तो पता चला कि एक महिला और उसके साथ मौजूद शख्स बच्ची को फुटपाथ पर रखते दिखे. इसमें साफ दिख रहा है कि एक महिला बच्ची को सड़क के किनारे छिपाने की कोशिश कर रही है और उसके साथ मौजूद शख्स वहीं खड़ा है. बच्ची को छोड़ने के बाद दोनों दूसरी ओर चले जाते हैं फिर वहां से निकलते हैं और लौट जाते हैं.
फिलहाल बच्ची की तबियत खराब है, उसे दिल्ली पुलिस ने पालना NGO को सौंप दिया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर महिला और उसके साथ मौजूद शख्स का पता लगाने की कोशिश कर रही है. लेकिन, सवाल है कि आखिर वो कैसी मां होगी जिसे अपनी नवजात बच्ची को खुद से अलग करने पर कोई दुख नहीं हुआ.