हरियाणा/रोहतक : हिसार से इनेलो सांसद दुष्यंत सिंह चौटाला ने लोकसभा में पीजीआई, रोहतक द्वारा दान में मिली लगभग 151 लोगों की आँखों को कूड़ेदान में फेकने का मामला उठाया है. दुष्यंत सिंह चौटाला का आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस मामले में नोटिस लेते हुए चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के महानिदेशक एवं सचिव प्रदीप कासनी को जाँच के आदेश दिए थे, लेकिन कासनी ने खुद जाँच करने के बजाय जाँच करने का जिम्मा पीजीआई, रोहतक के ही तीन डॉक्टरों की जांच कमेटी बनाकर उन्हें दी दिया.
हालाँकि इस कमेटी की रिपोर्ट को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने खारिज कर दिया है और कासनी को आदेश दिया है कि इस मामले की जाँच वें स्वयं करे. बता दे कि कमेटी द्वारा जो रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्री को सौंपी गई थी, उसमे लिखा गया था कि पीजीआई ने इस मामले में किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती है. कमेटी के अनुसार जो 151 आंखें इस्तेमाल में नहीं ला सकी, उनमें कमियां थीं. पीजीआई ने इन आंखों का इस्तेमाल रिसर्च वर्क में किया.
इस रिपोर्ट के मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले की वापस जाँच के आदेश दिए है. मामले में स्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है. मैं इसे नजर-अंदाज नहीं कर सकता. मेने कासनी को इस मामले की जाँच के आदेश दिए है. अगर आंखें कूड़ेदान में फेंकी गई हैं तो लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
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