नई दिल्ली : राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी द्वारा गणतंत्र दिवस के पहले गिरफ्तार किए गए 14 युवकों से पूछताछ के दौरान एक नया खुलासा हुआ है। ये सभी युवक उन हैंडलरों के संपर्क में थे, जो पहले इंडियन मुजाहिद्दीन के लिए काम करता था। लेकिन अब यह आईएसआईएस के लिए काम करता है औऱ उनसे मजबूत संबंध रखता है।
आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अऩुसार, जनवरी के शुरुआत से ही ये लोग इनके संपर्क में थे। इन युवाओं को सफी अरमार उर्फ यूसुफ नाम का व्यक्ति निर्देश दे रहा था। यूसुफ इंडियनमुजाहिद्दीन के लिए काम करता था। कहा जा रहा है कि इन युवाओं द्वारा चैट के लिए इस्तेमाल किए गए इंटरनेट सर्वर कापता लगाने के लिए पुलिस जल्द ही अपने विदेशी समकक्षों से संपर्क करेगी।
ये लोग कुछ अन्य लोगों के भी संपर्क में थे, जिसे पुलिस ने रुड़की व महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है। उनका दावा है कि मुंबई से गायब हुए दो युवक वापस लौट आए है, जब कि दो अन्य ISIS में शामिल हो गए है। ये 14 लोग उन दोनों के भी संपर्क में थे। ये सभी आईएसआईएस की भारतीय शाखा से जुड़े थे और भारत पर हमले की योजना बना रहे थे।
एजेंसी ने यह भी दावा किया है कि ये लोग आईएसआईएस के सक्रि. सदस्यों के साथ स्काइप, सिग्नल व ट्रिलियन के माध्यम से संपर्क में थे। इसमें अब्बीर मुश्ताक शेख भी है, जिसने भारत में समूह को खड़ा किया औऱ इसे सीधे बगदादी से निर्देश मिलते है। गिरफ्तार किए गए 14 लोगों को सख्त आदेश दिए गए थे कि ये लोग बार-बार अपना इ-मेल आई डी बदलते रहे।