बेरुत : कहते हैं वक्त बड़ा बलवान होता हैं. खुशियां कब मातम में बदल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता. ऐसा ही कुछ सीरिया के पूर्वोत्तर प्रांत हसाकेह में सोमवार को एक शादी समारोह में हुआ जब एक फिदायीन हमले में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई.
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए सीरियन ऑब्जवेटरी फोर ह्यूमन राइट्स के प्रमुख रामी अब्दुल रहमान के अनुसार अल-ताल गांव के एक हॉल में सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ) के एक सदस्य की शादी के दौरान एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया. इसमें कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों अन्य घायल हो गए. बता दें कि एसडीएफ अरब कुर्दिश गठबंधन है जो उत्तरी सीरिया में इस्लामिक स्टेट के जिहादियों से संघर्ष कर रहा है.
इस धमाके में घायल एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी अहम के अनुसार जिस वक्त शादी की रस्म चल रही थी उसी वक्त एक काली जेकेट पहने व्यक्ति उसके पास से निकला था. इससे पहले कि वह उस अंजान व्यक्ति को पहचान पाता उस हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया. देखते ही देखते वहां पर लाशों का ढ़ेर लग गया. शादी के समारोह में आए मेहमान वहां पर खून से लथपथ पड़े थे. सबसे दुखद बात तो यह थी कि इस हमले में शादी के बंधन में बंधन जा रहे दूल्हा -दुल्हन की भी मौत होने की अपुष्ट जानकारी मिली है. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएस ने ली है.