नई दिल्ली : गर्मी का मौसम आते ही लोग पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। हालात ये हैं कि पीने योग्य पानी बमुश्किल ही मिल पा रहा है। लोग बड़ी दूर-दूर से पानी का प्रबंध करने में लगे हैं। ये हालात केवल महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश के ही नहीं हैं। देश के 13 राज्यों के 306 गांवों में सूखे के हालात हैं। ऐसे में करीब 442560 लोग प्रभावित हो रहे हैं।
इस दौरान ग्रामीण विकास राज्यमंत्री राम कृपाल यादव ने लोकसभा में सवाल उठाते हुए कहा कि वे सदस्यों के सवालों के जवाब में जानकारी दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर पानी की कमी है। देश के 13 राज्य जल के अभाव का सामना कर रहे हैं। ये हालात ऐसे हैं कि यहां सूखे के हालात हैं।
दरअसल 13 राज्यों के 306 जिलों में 442560 लोगों के जीवन पर इसका असर हुआ है। कहीं तो ऐसे हालात हैं कि लोग जैसा पानी मिल रहा है उसे उबालकर पीने के लिए मजबूर हैं। कहीं तो हालात ये हैं कि लोग टैंकर आते ही टैंकर के पीछे बर्तन लेकर झपट पड़ते हैं।
हालांकि महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों में रेल परिवहन के माध्यम से पानी सप्लाय हो रहा है। ये पानी टैंकर में भरकर विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचाया जा रहा है। हालांकि प्रयास ये भी हो रहे हैं कि समुद्री जल को पीने योग्य बनाया जाए। मगर इसमें सबसे बड़ी परेशानी यह है कि एक संयंत्र स्थापित करने में 600 करोड़ रूपए की लागत आती है
जबकि पानी 20 पैसे से 30 पैसे प्रति लीटर के अनुसार उपलब्ध होता है। जिसके कारण यह काफी जटिल प्रबंधन होता है। ग्रामीण विकास राज्यमंत्री ने इस मामले में कहा कि यह तकनीक कुछ महंगी है मगर इसका उपयोग तमिलनाडु और लक्ष्यद्वीप में हो रहा है।