जिन्दगी पीछे रह जायेगी , तू आगे निकल पल पल ये पिघल जायेगी, जी ले हर इक पल तेरे पैरों को छूकर, सफलता चले मंज़िलें भी आ आकर, तुझसे मिलें गले पेशानी पर तेरे कभी ना आये कोई बल परेशानी जो भी हो, बस मिल जाये हल होटों पर तेरे सदा मुस्कराहट रहे दूर तुझसे हर गम की आहट रहे बाँहों में तेरे, ये सिमटे आसमां प्यार करने वालों का संग चलता रहे कारवाँ जिन्दगी के आसमां पर, इन्द्रधनुश तू बना हाथों की लकीरों में, सुनहरा इतिहास लिख जा |