ज़िन्दगी का खूबशूरत लम्हा है

दोस्ती ज़िन्दगी का खूबशूरत लम्हा है, जिसे मिल जाये तन्हाई में भी खुश, जिसे न मिले भीड़ में भी अकेला.

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